रिपोर्ट: डी.डी. चारण | स्थान: मेड़ता सिटी | स्रोत: दैनिक मरुप्रहार
मेड़ता सिटी के समीप ग्राम सातलावास में पेयजल संकट की लगातार आ रही शिकायतों के बाद जलजीवन मिशन के तहत बड़ी कार्रवाई की गई। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर अवैध जल कनेक्शन हटाने का कार्य किया और ग्रामीणों को सख्त निर्देश दिए कि वे स्वयं अपने अवैध कनेक्शन हटाएं, अन्यथा नियमानुसार विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
सहायक अभियंता के निर्देश पर हुई कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, यह कार्यवाही सहायक अभियंता जयंत शर्मा (परियोजना खंड, मेड़ता शहर) के निर्देशन में की गई। सातलावास ग्राम में जल जीवन मिशन की पाइपलाइन से जुड़े अवैध घरेलू और कृषि कनेक्शन बड़ी संख्या में लगाए जा चुके थे, जिससे पेयजल की नियमित आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो रही थी।
जनप्रतिनिधियों ने उठाई थी आवाज
गौरतलब है कि गत दिनों पंचायत समिति की साधारण सभा बैठक में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जलजीवन मिशन अधिकारियों के समक्ष यह मुद्दा जोरशोर से उठाया था। उनका कहना था कि जगह-जगह अवैध कनेक्शन होने की वजह से अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है, जिससे आमजन खासकर महिलाएं और बुजुर्ग प्रभावित हो रहे हैं।
ग्रामीणों को दी गई समझाइश
कार्यवाही के दौरान जल जीवन मिशन की टीम ने ग्रामीणों को जागरूक भी किया। उन्होंने बताया कि जलजीवन मिशन का उद्देश्य प्रत्येक घर तक स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल पहुंचाना है, लेकिन कुछ लोगों द्वारा किए गए अवैध उपयोग से यह लक्ष्य प्रभावित हो रहा है।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में भी ऐसे कनेक्शन पाए गए, तो संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध विभागीय दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
गांववासियों की उपस्थिति में हुआ कार्य
कार्यवाही के समय ग्रामवासियों, मिशन अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति रही। कुछ ग्रामीणों ने सहयोग करते हुए स्वयं ही अपने कनेक्शन हटाए, जबकि कुछ मामलों में जब्तियाँ और नोटिस की कार्रवाई भी की गई।
जलजीवन मिशन की ओर से संदेश
जल जीवन मिशन की ओर से ग्रामीणों से सहयोग और सतर्कता की अपील की गई है ताकि जल संसाधनों का उचित उपयोग हो सके और हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा सके।
सातलावास गांव में की गई यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि जल जीवन मिशन अब कड़ाई से नियमों का पालन करवाने के मूड में है। यदि ग्रामीणों का सहयोग बना रहा तो निश्चित ही इस योजना का लाभ हर घर तक पहुंच सकेगा।