नागौर। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिले के मुख्यालय स्थित टाउन हॉल में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया, जिसमें महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक जितेन्द्र शर्मा ने उपस्थित जनसमूह को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 2025 के कार्यक्रम और रूपरेखा के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” योजना के माध्यम से लिंगानुपात में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में योजनाओं का अधिकतम प्रचार प्रसार करने पर बल दिया। इसके बाद, जिला कलक्टर ने उपस्थित सभी लोगों को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना की शपथ दिलाई, जिससे समाज में लड़कियों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण पैदा किया जा सके।
अतिरिक्त जिला कलक्टर चंपालाल जीनगर ने कार्यक्रम में भाषण देते हुए बताया कि बेटा और बेटी के बीच होने वाले भेदभाव और लिंग आधारित भेदभाव को समाप्त करने के लिए समाज को जागरूक करना बेहद जरूरी है। उन्होंने समाज से अपील की कि लिंग समानता के लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रामलाल खराड़ी ने कहा कि आजकल महिलाएं हर क्षेत्र में उच्च पदों पर हैं, और यह संभव हो पाया है शिक्षा की वजह से। उन्होंने बताया कि शिक्षा ही वह उपकरण है जिससे महिलाएं और बालिकाएं सशक्त हो सकती हैं, और इसी कारण सभी को अपनी बेटियों को शिक्षा से वंचित नहीं रखना चाहिए।
नगर परिषद सभापति मीतू बोथरा ने भी महिलाओं और बालिकाओं को समानता और उच्च शिक्षा प्राप्त करने के अवसरों के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा, पुलिस विभाग के माधाराम ने साइबर क्राइम और डिजिटल साक्षरता के बारे में जानकारी प्रदान की, जिससे महिलाएं और बालिकाएं साइबर अपराधों से बच सकें और इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग कर सकें।
महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक दुर्गासिंह उदावत ने विभाग की विभिन्न योजनाओं और महिलाओं व बालिकाओं के प्रति समानता की महत्वता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विभाग महिलाओं और बालिकाओं के लिए कई योजनाएं चला रहा है, जिनसे उनका सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण संभव हो सकता है।
कार्यक्रम में रतन बहन राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गिनानी, महात्मा गांधी विद्यालय बख्तासागर की बालिकाओं द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई, जिन्हें उपस्थित लोगों ने सराहा।
इस अवसर पर विभाग की सर्वश्रेष्ठ साथी, नांदोली मेड़तिया निवासी कमला चौधरी को प्रशस्ति पत्र और 11,000 रुपए का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अलावा, विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों जैसे ताऊसर, धुंधवालो की ढाणी, गुढ़ा भगवानदास, तांतवास, डोडियाना और जालनियासर को संस्थागत प्रसव और बालिका टीकाकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए 15,000 रुपए का नगद पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम में विभाग के कार्मिकों सुपरवाइजर हेमलता पालीवाल, लक्ष्मी, रहमद बानो, सैनिक पाराशर (जेंडर स्पेशलिस्ट), और सभी प्रस्तुति देने वाली बालिकाओं को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में अन्य प्रमुख व्यक्तियों जैसे विभाग के संरक्षण अधिकारी राकेश सिरोही, नरेंद्र कुमार बड़केसिया, उर्मिला भाकर, मनीषा कंवर, परसाराम जाट, नरेश कुमार, गुड्डी, माधव मिश्रा, ध्रुव बिहानी, सपना टाक, अंबिका, शिल्पा आडवाणी, पूजा आदि भी उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम ने न केवल महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाओं के बारे में बताया, बल्कि समाज में लिंग समानता और शिक्षा के महत्व को भी उजागर किया।