आलनियावास(नागौर)। रावणा राजपूत समाज द्वारा रामानंद आश्रम में होली स्नेह मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें समाज की एकता और बच्चों की शिक्षा पर विशेष चर्चा हुई। इस कार्यक्रम में समाज के कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भाग लिया और विभिन्न सामाजिक विषयों पर गहन विचार-विमर्श किया।

समाज की एकता और शिक्षा पर जोर

समारोह में समाजसेवी महेंद्रसिंह पंवार ने कहा कि समाज की प्रगति के लिए एकता आवश्यक है, लेकिन इसके साथ ही अगली पीढ़ी की शिक्षा पर भी ध्यान देना होगा। उन्होंने समाज में शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि यदि हम अपने बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान करेंगे, तो हमारा समाज भी विकास के पथ पर अग्रसर होगा।

महेंद्रसिंह पंवार ने अपने परिवार की ओर से समाज के लिए एक कमरा बनाने की पहल को लेकर रायशुमारी भी की। उन्होंने कहा कि यह समाज के बच्चों और युवाओं के लिए एक ज्ञान केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकता है, जहाँ वे अध्ययन कर सकें और अपनी प्रतिभा को निखार सकें।

शिक्षा से समाज में होगा परिवर्तन

कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठ सदस्य कानसिंह चावड़ा ने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन केवल शिक्षा के माध्यम से ही संभव है। उन्होंने उपस्थित समाजजनों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने पर ध्यान दें और उन्हें पढ़ाई के प्रति प्रेरित करें।

उन्होंने कहा, “आज के समय में शिक्षा ही सबसे बड़ी पूंजी है। यदि हमारा समाज शिक्षित होगा, तो हम हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं। हमें अपनी परंपराओं और संस्कारों को बनाए रखते हुए आधुनिक शिक्षा को अपनाना होगा।”

परंपराओं में बदलाव की जरूरत

समारोह के दौरान महेंद्रसिंह चावड़ा ने बदलते समय के अनुसार समाज में कुछ परंपराओं में बदलाव करने के सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि हमें अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं का सम्मान करना चाहिए, लेकिन साथ ही यह भी देखना होगा कि कौन-सी परंपराएँ समय के अनुरूप बदलाव की मांग कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि कई बार कुछ पुरानी सामाजिक मान्यताएँ प्रगति में बाधा बन सकती हैं, इसलिए हमें खुले विचारों के साथ आगे बढ़ना होगा।

सामाजिक मुद्दों पर चर्चा

इस अवसर पर समाज के कई अन्य प्रतिष्ठित सदस्यों ने भी अपने विचार रखे और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की। कार्यक्रम में शिक्षा, रोजगार, समाज की आर्थिक स्थिति और विवाह संबंधी रीति-रिवाजों में बदलाव जैसे विषयों पर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ।

समारोह में समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों की उपस्थिति

इस स्नेह मिलन समारोह में नोरतसिंह, सरदारसिंह, सत्तूसिंह, श्यामसिंह, दौलतसिंह, भवानीसिंह, लक्ष्मणसिंह, महावीरसिंह, नारायणसिंह, जितेंद्रसिंह, समुंदरसिंह, जयसिंह, प्रहलादसिंह, नेमीसिंह, गजेंद्रसिंह, प्रेमसिंह, भानु प्रतापसिंह शेखावत सहित समाज के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

समाज के विकास के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक

समाज के वरिष्ठजनों ने इस अवसर पर कहा कि यदि हम संगठित होकर आगे बढ़ेंगे, तो हमारे समाज का उत्थान निश्चित रूप से होगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समाज के हर वर्ग को मिलकर प्रयास करने होंगे, ताकि हम शिक्षा, रोजगार और सामाजिक समरसता के क्षेत्र में मजबूत बन सकें।

कार्यक्रम के अंत में सभी समाज बंधुओं ने एक-दूसरे को होली की शुभकामनाएँ दीं और समाज की एकता को मजबूत बनाने का संकल्प लिया।