उत्तर प्रदेश में आए दिन हो रहे चौंकाने वाले अपराधों की फेहरिस्त में एक और दिल दहला देने वाला मामला जुड़ गया है। मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड और औरैया के दिलीप यादव मर्डर केस के बाद अब हमीरपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। एक पत्नी ने अपने ही पति की बेरहमी से हत्या कर दी और फिर उसकी मौत का गम दिखाने के लिए ऐसी साजिश रची कि पूरा गांव ही चकमा खा गया।

पत्नी ने की पति की नृशंस हत्या

हमीरपुर के इस खौफनाक मर्डर केस में पत्नी अनीता ने अपने ही पति की गर्दन काटकर उसकी जान ले ली। वारदात इतनी भयावह थी कि कमरे में चारों ओर खून ही खून फैल गया था। खून से लथपथ शव बिस्तर पर पड़ा था और दीवारों पर भी खून के छींटे साफ दिखाई दे रहे थे। पहले अनीता ने पति पर ताबड़तोड़ वार किए और जब उसकी जान निकल गई, तो खुद ही जोर-जोर से चीखने-चिल्लाने लगी, ताकि लोगों को लगे कि कोई अनहोनी हो गई है।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और अपनी जांच शुरू कर दी। डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया। शव को कब्ज़े में लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया गया।

पत्नी ने रची फिल्मी कहानी

इस नृशंस हत्या के बाद अनीता ने एक ऐसी झूठी कहानी गढ़ी, जिससे गांववालों के साथ पुलिस भी गुमराह हो गई। उसने दावा किया कि आधी रात को नकाबपोश बदमाश घर में घुसे और सोते समय उसके मुंह को चद्दर से ढक दिया। इसके बाद बदमाशों ने धारदार हथियार से उसके पति की बेरहमी से हत्या कर दी और फरार हो गए।

शुरुआत में पुलिस भी इस मनगढ़ंत कहानी को सच मान बैठी, लेकिन जब मौके पर मौजूद सबूतों की गहराई से जांच की गई, तो अनीता की सच्चाई सामने आ गई।

कैसे पकड़ी गई कातिल पत्नी?

पुलिस ने जब हत्या वाले कमरे की बारीकी से जांच की, तो उन्हें कई अहम सुराग मिले, जो इस मर्डर केस की गुत्थी को सुलझाने में मददगार साबित हुए।

  1. कोई बाहरी एंट्री नहीं: पुलिस को घर के दरवाजे और खिड़कियां पूरी तरह बंद मिले। ऐसे में बाहर से किसी के जबरन घुसने की संभावना बेहद कम थी।
  2. खून के धब्बों का पैटर्न: दीवारों और फर्श पर पड़े खून के छींटे यह साबित कर रहे थे कि हत्या की वारदात कमरे के अंदर ही हुई थी और हत्यारा बाहर से नहीं, बल्कि घर के अंदर से ही था।
  3. झूठी कहानी के विरोधाभास: पुलिस जब अनीता से लगातार पूछताछ कर रही थी, तो वह बार-बार अपने बयान बदल रही थी। जब उससे पूछा गया कि बदमाशों ने सिर्फ उसके पति को ही क्यों मारा और उसे क्यों नहीं कोई चोट पहुंचाई, तो वह कोई ठोस जवाब नहीं दे पाई।
  4. हत्या का हथियार: पुलिस को तलाशी के दौरान घर में ही एक धारदार चाकू मिला, जिस पर खून के निशान थे। जब इस चाकू की जांच की गई, तो उस पर सिर्फ पति के ही नहीं, बल्कि अनीता के उंगलियों के निशान भी मिले।

इन सबूतों के आधार पर पुलिस ने अनीता को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, तो उसने आखिरकार अपना जुर्म कबूल कर लिया।

क्या था हत्या का कारण?

जांच के दौरान यह सामने आया कि अनीता और उसके पति के बीच आए दिन झगड़े होते थे। घरेलू विवाद इस कदर बढ़ गया था कि अनीता ने अपने पति को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया। उसने पहले भी कई बार उसकी हत्या करने की योजना बनाई थी, लेकिन हर बार वह किसी न किसी कारण से बच जाता था।

घटना वाली रात भी दोनों के बीच तीखी बहस हुई थी, जिसके बाद अनीता ने गुस्से में आकर यह खौफनाक कदम उठा लिया।

हत्या के बाद की साजिश

हत्या करने के बाद अनीता ने अपने आप को निर्दोष साबित करने के लिए एक साजिश रची। उसने नकाबपोश बदमाशों की झूठी कहानी बनाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन उसकी यह चालाकी ज्यादा देर तक नहीं चली।

पुलिस की कार्रवाई और गांव में हड़कंप

पुलिस ने अनीता को गिरफ्तार कर लिया है और उस पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस खौफनाक घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया है। लोगों को इस पर यकीन ही नहीं हो रहा कि एक पत्नी अपने ही पति की इतनी बेरहमी से हत्या कर सकती है।

गांव के लोग अब भी इस घटना के सदमे में हैं और यह सोचने पर मजबूर हैं कि आखिर एक पत्नी कैसे इतनी निर्दयी हो सकती है कि अपने ही सुहाग को मौत के घाट उतार दे।

मेरठ की मुस्कान और हमीरपुर की अनीता—क्या है समानता?

इस हत्याकांड ने मेरठ की मुस्कान रस्तोगी केस की याद दिला दी है, जिसमें पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी थी। हमीरपुर का यह मामला भी कुछ इसी तरह का है, बस यहां प्रेमी का एंगल नहीं जुड़ा है।

यह घटनाएं दिखाती हैं कि कैसे रिश्तों में बढ़ती कड़वाहट इंसान को ऐसे अपराध करने पर मजबूर कर देती है, जिनकी कल्पना करना भी मुश्किल है।

हमीरपुर मर्डर केस एक बार फिर से यह साबित करता है कि अपराध करने के बाद कोई भी अपराधी कितना भी चालाक बनने की कोशिश करे, लेकिन अंततः सच्चाई सामने आ ही जाती है। अनीता ने अपने पति को मौत के घाट उतारने के बाद एक झूठी कहानी गढ़ने की पूरी कोशिश की, लेकिन पुलिस की बारीक जांच ने उसकी साजिश को बेनकाब कर दिया।

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि गुस्सा और आपसी मनमुटाव कभी-कभी इंसान को कितना बड़ा अपराधी बना सकता है। यह जरूरी है कि हम अपने रिश्तों में संवाद बनाए रखें और किसी भी समस्या का हल शांति से निकालने की कोशिश करें, ताकि ऐसी दर्दनाक घटनाएं दोबारा न हों।