69वीं जिला स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता संपन्न
थांवला। निकटवर्ती ग्राम बाड़ीघाटी स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित 69वीं जिला स्तरीय 17 व 19 वर्षीय बालक-बालिका बॉक्सिंग प्रतियोगिता का रविवार को भव्य समापन हुआ। प्रतियोगिता का आयोजन चार दिनों तक चला, जिसमें जिलेभर से आए युवा खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का दमखम दिखाया।

समापन समारोह में डेगाना विधायक अजय सिंह किलक और भेरूंदा प्रधान जसवंत सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस दौरान अतिथियों ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेल न केवल शारीरिक और मानसिक विकास का साधन है, बल्कि जीवन में अनुशासन और आत्मविश्वास भी प्रदान करता है। उन्होंने राज्य स्तर पर चयनित खिलाड़ियों को जिले का गौरव बताया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
चार दिवसीय प्रतियोगिता में कुल 69 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद 43 छात्र-छात्राओं का राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ। चयनित खिलाड़ियों को मंच पर बुलाकर अतिथियों द्वारा पारितोषिक और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में पर्यवेक्षक चंपा देवी चौधरी ने प्रतियोगिता का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने प्रतियोगिता की संपूर्ण गतिविधियों और खिलाड़ियों के प्रदर्शन का विवरण सभी के समक्ष रखा। वहीं, आयोजक विद्यालय के प्रधानाचार्य लक्ष्मण सिंह रावत एवं सरपंच प्रतिनिधि शंकरलाल बंजारा ने प्रतियोगिता की सफलता में सहयोग देने वाले सभी अतिथियों, भामाशाहों, टीम प्रभारियों, अध्यापकों और विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
समापन अवसर पर क्षेत्र के कई गणमान्य नागरिकों की मौजूदगी से माहौल उत्सवमय रहा। इस अवसर पर थांवला भाजपा मंडल अध्यक्ष ब्रजराज सिंह लखावत, जसाराम गुर्जर, दीपक सिंह, आलनियावास सरपंच ब्रह्मदेव शर्मा, सुनील चौधरी, मूलाराम खदाव, रामरतन सैन, सुखराम धुन, एसएमसी अध्यक्ष सुखाराम रावत, रामकिशोर झींझा, उपसरपंच शिवराज गुर्जर और जतनी देवी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का मंच संचालन वरिष्ठ अध्यापक सुखाराम दङिया ने किया। उनके प्रभावी संचालन ने समारोह को सुव्यवस्थित और आकर्षक बना दिया।
समापन अवसर पर खिलाड़ियों के चेहरे उत्साह और उमंग से भरे नजर आए। राज्य स्तर पर चयनित खिलाड़ी अब जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे और उच्च स्तर की प्रतियोगिताओं में अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों और टीम प्रभारियों ने भी आयोजन को यादगार बताते हुए कहा कि इस तरह के खेल आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को अवसर प्रदान करते हैं। ग्रामीण प्रतिभाओं को मंच मिलने से वे आगे चलकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जिले का नाम रोशन कर सकते हैं।
बाड़ीघाटी में आयोजित इस प्रतियोगिता ने एक बार फिर साबित कर दिया कि खेलों के क्षेत्र में ग्रामीण प्रतिभाएँ किसी से कम नहीं हैं। खिलाड़ियों के संघर्ष, अनुशासन और लगन ने दर्शकों को भी प्रेरित किया। समापन समारोह में तालियों की गड़गड़ाहट और विजेताओं की मुस्कान ने माहौल को विशेष बना दिया।
