November 15, 2025
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आत्मनिर्भर भारत: HAL को मिला तेजस के लिए चौथा GE F404-IN20 इंजन

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अजमेर। आत्मनिर्भर भारत अभियान के अनुरूप देश की रक्षा क्षमता को लगातार मजबूत किया जा रहा है। इसी कड़ी में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को चौथा GE F404-IN20 इंजन प्राप्त हो गया है। यह इंजन भारत के स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस मार्क-1ए के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। बता दें कि पिछले महीने की शुरुआत में HAL को तीसरा इंजन मिला था और अब चौथे इंजन की आपूर्ति के साथ यह कार्यक्रम तय समय पर आगे बढ़ रहा है।

यह उपलब्धि न केवल भारत की वायुसेना की मारक क्षमता को नई ताकत देगी, बल्कि देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी एक अहम कदम साबित होगी।


GE F404-IN20 इंजन की खासियत

GE F404-IN20 एक एडवांस्ड टर्बोफैन इंजन है, जिसे अमेरिकी कंपनी GE Aerospace ने विकसित किया है। इसे विशेष रूप से हल्के लड़ाकू विमानों के लिए डिजाइन किया गया है। भारत के स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस में इस इंजन का इस्तेमाल किया जाएगा। यह इंजन GE F404 फैमिली का ही एक वर्जन है, जो अपनी उच्च प्रदर्शन क्षमता, विश्वसनीयता और दक्षता के लिए विश्वभर में जाना जाता है।

यह इंजन करीब 84 किलो न्यूटन (18,900 पाउंड) का अधिकतम थ्रस्ट प्रदान करता है। इसमें आफ्टरबर्नर तकनीक का भी इस्तेमाल किया गया है, जो तेजस जैसे हल्के विमानों को उच्च गति और बेहतर गतिशीलता प्रदान करती है। इसके चलते यह इंजन तेजस को हवाई युद्ध के दौरान असाधारण शक्ति और फुर्ती देता है।


तकनीकी विशेषताएँ

  • डिजाइन – यह एक ट्विन-स्पूल, लो-बाइपास टर्बोफैन इंजन है।
  • संतुलन – इंजन में शक्ति और ईंधन दक्षता का बेहतरीन संतुलन है।
  • कॉम्पैक्ट आकार – इसका डिजाइन कॉम्पैक्ट है, जो इसे हल्के विमानों के लिए आदर्श बनाता है।
  • विश्वसनीयता – लंबी अवधि तक बिना किसी समस्या के बेहतर प्रदर्शन के लिए जाना जाता है।

आत्मनिर्भर भारत अभियान से जुड़ाव

रक्षा मंत्रालय और HAL का यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत अभियान” को मजबूत करता है। भारत लंबे समय से रक्षा क्षेत्र में आयात पर निर्भर रहा है, लेकिन अब स्वदेशीकरण और सहयोगी उत्पादन के जरिए धीरे-धीरे इस निर्भरता को कम किया जा रहा है।

HAL को मिलने वाले ये इंजन भारत के रक्षा उत्पादन कार्यक्रम को गति देने के साथ-साथ घरेलू उद्योग को भी बढ़ावा देंगे। भविष्य में जब भारत स्वदेशी इंजनों के विकास में और सफल होगा, तब पूरी तरह से घरेलू उत्पादन वाले लड़ाकू विमान तैयार करने की क्षमता हासिल कर लेगा।


तेजस विमान और भारत की रक्षा शक्ति

तेजस मार्क-1ए भारत का गर्व है। यह हल्का लड़ाकू विमान अपनी गति, शक्ति और आधुनिक तकनीकी सुविधाओं के कारण भारतीय वायुसेना के बेड़े में एक अहम भूमिका निभा रहा है। GE F404-IN20 इंजन से लैस तेजस न केवल सीमा पर भारत की सुरक्षा को और मजबूत करेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की रक्षा क्षमता का भी प्रदर्शन करेगा।

चौथे GE F404-IN20 इंजन की आपूर्ति भारत के लिए एक बड़ा कदम है। यह न केवल तेजस कार्यक्रम को समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ा रहा है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में रक्षा क्षेत्र के स्वदेशीकरण को भी मजबूत कर रहा है। आने वाले समय में यह इंजन भारतीय वायुसेना की ताकत को कई गुना बढ़ाने का काम करेगा और देश की रक्षा क्षमता को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाएगा।

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