अजमेर संग्रहालय में संरक्षण कार्य शुरू – उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी
अजमेर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के उद्देश्य से बुधवार को उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने मुख्यमंत्री बजट घोषणा वर्ष 2025-26 के अंतर्गत राजकीय संग्रहालय, अजमेर में संरक्षण, जीर्णोद्धार और उन्नयन कार्यों का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी भी उपस्थित रहे।

यह कार्यक्रम पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की नींव रखी गई। इनमें सिंधु दर्शन दीर्घा निर्माण, प्रदर्शनी कक्ष का विकास और धरोहर पुस्तकालय का उन्नयन शामिल हैं। इन कार्यों से न केवल अजमेर संग्रहालय की सुंदरता बढ़ेगी बल्कि आने वाले पर्यटकों को राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और इतिहास से गहरा जुड़ाव महसूस होगा।
🎉 दिया कुमारी ने दी नवरात्रि और विजयदशमी की शुभकामनाएं
कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों को नवरात्रि और विजयदशमी की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा –
“यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि अजमेर में लगातार विकास कार्य हो रहे हैं। संग्रहालय हमारी कला, संस्कृति और विरासत के संरक्षण का केंद्र हैं और इनका संरक्षण करना हम सबकी जिम्मेदारी है।”
🏛️ पर्यटन से जोड़ने पर जोर
दिया कुमारी ने कहा कि राज्य सरकार लगातार यह प्रयास कर रही है कि अजमेर को पर्यटन से जोड़ा जाए और यहां के संग्रहालयों को और अधिक आकर्षक बनाया जाए। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि संग्रहालय में रखी दुर्लभ पांडुलिपियों के डिजिटलीकरण के लिए अतिरिक्त बजट की आवश्यकता होगी तो सरकार वह भी उपलब्ध कराएगी।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अजमेर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अन्य प्रमुख स्थानों पर संग्रहालयों के साइन बोर्ड लगाए जाएं ताकि पर्यटकों को इन धरोहर स्थलों तक पहुँचने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
📚 धरोहर पुस्तकालय और प्रदर्शनी कक्ष का महत्व
नवीन विकास कार्यों में शामिल धरोहर पुस्तकालय का उन्नयन शोधकर्ताओं, विद्यार्थियों और इतिहास प्रेमियों के लिए विशेष उपयोगी साबित होगा। वहीं प्रदर्शनी कक्ष का विकास आगंतुकों को राजस्थान की अनूठी संस्कृति, कला और प्राचीन परंपराओं से सीधे जोड़ने का अवसर देगा।
सिंधु दर्शन दीर्घा का निर्माण अजमेर संग्रहालय में एक नया आकर्षण बनेगा, जिससे आगंतुकों को सिंधु घाटी सभ्यता और उससे जुड़ी धरोहरों को देखने और समझने का अवसर मिलेगा।
🌏 ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण – सभी की जिम्मेदारी
दिया कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य के ऐतिहासिक स्थलों का प्रचार-प्रसार करना जरूरी है, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक यहां आएं और पर्यटन के माध्यम से क्षेत्र का सामाजिक और आर्थिक विकास हो। उन्होंने आमजन और स्थानीय नागरिकों से भी आग्रह किया कि वे अपनी विरासत और संस्कृति के संरक्षण में योगदान दें।
👥 प्रमुख अतिथि और अधिकारी उपस्थित
इस अवसर पर अजमेर के संभागीय आयुक्त श्री शक्ति सिंह और पुरातत्व विभाग के निदेशक श्री पंकज धीरेन्द्र भी मौजूद रहे। दोनों ने बताया कि यह परियोजना अजमेर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने में सहायक होगी।
अजमेर संग्रहालय में शुरू किए गए ये संरक्षण और विकास कार्य न केवल राजस्थान की धरोहरों को संजोकर रखेंगे बल्कि नई पीढ़ी को भी अपनी संस्कृति और परंपरा से जोड़ने में मदद करेंगे। राज्य सरकार का यह कदम अजमेर को पर्यटन की दृष्टि से और अधिक आकर्षक बनाएगा और स्थानीय लोगों के लिए भी नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा।
