मेड़ता में एएसआई 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार | एसीबी नागौर की बड़ी कार्रवाई
✍️ संवाददाता/डी.डी. चारण, मेड़ता सिटी
मेड़ता सिटी में बुधवार को भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी (Anti Corruption Bureau) की एक बड़ी कार्रवाई ने तहलका मचा दिया। मेड़ता थाना में तैनात एएसआई रामस्वरूप बिश्नोई को नागौर एसीबी की टीम ने 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई एसीबी की अतिरिक्त अधीक्षक कल्पना सोलंकी के नेतृत्व में की गई।
जानकारी के अनुसार, एएसआई ने शिकायतकर्ता से गिरफ्तारी से राहत देने के बदले कुल 50 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता पहले ही 30 हजार रुपये अपने घर पर एएसआई को दे चुका था, जबकि शेष 20 हजार रुपये देने के लिए मेड़ता बाईपास स्थित एक होटल पर बुलाया गया। जैसे ही शिकायतकर्ता तय रकम देने पहुंचा, एसीबी की टीम ने मौके पर दबिश देकर एएसआई को रंगे हाथों दबोच लिया।
💼 शिकायत और सत्यापन प्रक्रिया
एसीबी अधिकारी कल्पना सोलंकी ने बताया कि शिकायतकर्ता द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पहले सत्यापन (Verification) कराया गया। शिकायत सही पाए जाने पर नागौर एसीबी टीम को विशेष ऑपरेशन के लिए मेड़ता भेजा गया।
टीम ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया और जैसे ही एएसआई ने 20 हजार रुपये रिश्वत के रूप में स्वीकार किए, एसीबी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।
🚔 जांच और आगे की कार्रवाई
गिरफ्तारी के बाद एसीबी टीम ने आरोपी एएसआई को मेड़ता पुलिस थाने ले जाकर प्रारंभिक पूछताछ की। वहीं, मौके से रिश्वत की रकम जब्त कर पुख्ता सबूत एकत्र किए गए। इसके बाद आरोपी को नागौर ले जाया गया, जहां आगे की विस्तृत जांच एसीबी के उच्चाधिकारियों की निगरानी में की जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि पहले लिए गए 30 हजार रुपये की राशि भी जांच का हिस्सा बनाई गई है।
📍 क्षेत्र में चर्चा और जन प्रतिक्रिया
मेड़ता क्षेत्र में यह कार्रवाई दिनभर चर्चा का विषय बनी रही। स्थानीय लोगों ने इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की सशक्त पहल बताया। लोगों ने कहा कि इस प्रकार की कार्रवाइयों से सरकारी विभागों में जवाबदेही और ईमानदारी को बढ़ावा मिलेगा।
कई लोगों ने सोशल मीडिया पर भी एसीबी टीम की तत्परता और साहसिक कार्रवाई की सराहना की।

⚖️ एसीबी की सख्ती से बढ़ी पारदर्शिता
हाल के वर्षों में एसीबी की कार्रवाइयों ने सरकारी तंत्र में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करने में अहम भूमिका निभाई है। मेड़ता की यह कार्रवाई एक बार फिर साबित करती है कि भ्रष्टाचार करने वालों के लिए अब कोई जगह नहीं बची है।
