डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने भूगोल की दो पुस्तकों का किया विमोचन
जयपुर/अजमेर। राजस्थान के उपमुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक और नई उपलब्धि जोड़ते हुए एस.पी.सी. राजकीय महाविद्यालय, अजमेर के भूगोल विभाग द्वारा तैयार की गई दो महत्वपूर्ण पुस्तकों का विधिवत विमोचन किया। यह कार्यक्रम उनके सचिवालय स्थित कार्यालय कक्ष में आयोजित हुआ, जिसमें शिक्षा जगत से जुड़े कई प्रबुद्धजन मौजूद रहे।
विमोचन की गई पुस्तकों में पहली पुस्तक “भौतिक भूगोल” (Physical Geography) है, जो भूगोल विषय के विश्वविद्यालयी पाठ्यक्रम के अनुरूप तैयार की गई एक विस्तृत और शोधपरक पुस्तक है। दूसरी पुस्तक “पाली जिले में औद्योगिक विकास” पाली जिले में उभरते औद्योगिक परिदृश्य, इसकी आर्थिक संरचना, विकास यात्रा और संभावनाओं का गहन अध्ययन प्रस्तुत करती है। दोनों पुस्तकों का लेखन एस.पी.सी. राजकीय महाविद्यालय, अजमेर के भूगोल विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. सुनील कुमार शर्मा ने किया है।
उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में सार्थक प्रयास—उपमुख्यमंत्री बैरवा
इस अवसर पर डॉ. बैरवा ने कहा कि शिक्षकों द्वारा की जा रही ऐसी शैक्षणिक पहलें न सिर्फ उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि करती हैं, बल्कि विद्यार्थियों को विषय की गहन समझ भी प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं होती, बल्कि शिक्षक का शोध और अध्ययन भी विद्यार्थियों को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
उपमुख्यमंत्री ने दोनों पुस्तकों को गुणवत्तापूर्ण, शोधपूर्ण और विद्यार्थियों के लिए उपयोगी बताते हुए प्रो. शर्मा के कार्य की सराहना की।
उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान समय में उच्च शिक्षा क्षेत्र में नवाचार और शोध को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। शिक्षक अपने अनुभव और विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए जिस तरह से अध्ययन सामग्री विकसित कर रहे हैं, वह निश्चित रूप से राजस्थान की उच्च शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाएगा।
विद्यार्थियों और शोधार्थियों के लिए उपयोगी—प्रो. सुनील शर्मा
पुस्तकें लिखने वाले प्रो. सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि दोनों पुस्तकें विश्वविद्यालयों के नवीनतम पाठ्यक्रमों के अनुसार तैयार की गई हैं। “भौतिक भूगोल” पुस्तक भूगोल विषय के मूलभूत सिद्धांतों को सरल भाषा में समझाती है और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए भी महत्वपूर्ण संदर्भ सामग्री है।
वहीं दूसरी पुस्तक “पाली जिले में औद्योगिक विकास” स्थानीय स्तर पर उद्योगों के विकास, रोजगार के अवसरों, आर्थिक प्रगति और भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डालती है। उन्होंने कहा कि यह शोधपरक सामग्री विद्यार्थियों और शोधार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।
शिक्षा जगत में नई ऊर्जा का संचार
दोनों पुस्तकों के विमोचन ने भूगोल विभाग तथा शिक्षा जगत में नई ऊर्जा का संचार किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी पुस्तकें न केवल विषय को समझने में आसानी प्रदान करेंगी, बल्कि शोध के नए आयाम भी खोलेंगी। राजस्थान के उच्च शिक्षा मंत्रालय की ओर से शिक्षकों को आगे बढ़ाने और शोध को प्रोत्साहन देने के प्रयास भी इस तरह की पहलों के माध्यम से मजबूत हो रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री डॉ. बैरवा द्वारा किए गए इस विमोचन कार्यक्रम ने सिद्ध किया कि राज्य सरकार शिक्षा की गुणवत्ता और शोध संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है। यह कदम शिक्षा-जगत के विद्यार्थियों, शोधार्थियों और शिक्षकों के लिए प्रेरणादायक सिद्ध होगा।
