भजन संध्या में झूमे श्रद्धालु | मातारानी को ओढ़ाई 21 मीटर चुनरी
डी. डी. चारण की रिपोर्ट / मेड़ता सिटी
नवरात्रा महोत्सव के शुभ अवसर पर नवयुवक मंडल जैतारण चौकी के तत्वाधान में आयोजित नौ दिवसीय नवरात्रा महोत्सव रविवार रात भक्ति और श्रद्धा के चरम पर पहुंच गया। भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था। भव्य धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच मातारानी को 21 मीटर लंबी चुनरी ओढ़ाई गई। इस अनूठे आयोजन ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
नवयुवक मंडल के ओमप्रकाश निंबावत ने बताया कि इस बार महोत्सव में विशेष तैयारियां की गई थीं। पूरे नौ दिनों तक माता रानी की भव्य झांकियां सजाई जा रही हैं, जिसमें जोधपुर के प्रसिद्ध कलाकारों ने अपनी अनोखी प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच पर माता रानी के शेर के साथ सजी झांकियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।
महोत्सव के अध्यक्ष महेंद्र टेलर और सचिव सुनील पूरी ने जानकारी दी कि रविवार रात को जोधपुर के कलाकारों ने माता रानी की झांकी और शेर के साथ नाट्य कार्यक्रम पेश किया। इस मौके पर 75 वर्षीय बुजुर्ग भक्त बुधाराम जांगिड़ ने रामलला के भजन प्रस्तुत कर उपस्थित श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया। उनकी प्रस्तुति पर पूरा पंडाल ‘जय श्रीराम’ के जयघोष से गूंज उठा।
उन्होंने बताया कि नवरात्रा महोत्सव के अंतर्गत मंगलवार रात को सामूहिक सुंदरकांड पाठ का आयोजन होगा। संत रमण राम महाराज के मुखारविंद से होने वाला यह सुंदरकांड पाठ भक्तों के लिए अद्वितीय अनुभव होगा।
सचिव सुनील पूरी ने आगे बताया कि इस नौ दिवसीय महोत्सव में खाटू श्याम दरबार और विशाला भजन संध्या का भी आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा गाए गए भजनों और प्रस्तुतियों ने माहौल को और भी आकर्षक बना दिया। बच्चों की मासूम आवाज़ और उनकी प्रस्तुति ने दर्शकों के चेहरे पर मुस्कान और मन में भक्ति का भाव भर दिया।
महोत्सव स्थल को रंग-बिरंगी लाइटों, फूलों की झालरों और आकर्षक सजावट से सजाया गया। हर ओर भक्ति और उत्साह की लहर दौड़ती नजर आई। भक्तों ने माता रानी के जयकारों के बीच भजन संध्या का आनंद लिया।
इस अवसर पर श्रवण सांखला, सुमेर सेनी, रमेश जांगिड़, विक्रम सिंह, पप्पू जांगिड़, राजू राम सैन, रामकुंवर जांगिड़, सागर सांखला, हिम्मत सिंह, श्याम सांखला, सुशील टाक, सुनील पलड़िया, मनोज सोनी, दिनेश सांखला सहित नवयुवक मंडल के कई सदस्य मौजूद रहे। सभी ने मिलकर महोत्सव को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नवरात्रा महोत्सव के इस आयोजन ने न केवल धार्मिक आस्था को मजबूती दी बल्कि समाज में एकता, सहयोग और सामूहिकता की मिसाल भी पेश की। भक्तों ने कहा कि ऐसी भव्य भजन संध्या और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां लोगों को धर्म और संस्कृति से जोड़ती हैं।
