November 15, 2025
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चातुर्मास में राज्यपाल बोले – ‘क्रोध से रहें दूर, क्षमा आत्मिक शुद्धि का मार्ग है’

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नागौर, 16 सितंबर 2025।
नागौर शहर के नौ छतरियां दादावाड़ी में सोमवार को जैनाचार्य श्रीमद् विजय नित्यानंद सूरीश्वर महाराज को पद्मश्री सम्मान मिलने के उपलक्ष्य में जैन समाज द्वारा चातुर्मास अवसर पर भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राजस्थान के राज्यपाल हरीभाऊ बागड़े की गरिमामयी उपस्थिति रही। समारोह में स्वामी नित्यानंद जी का विशेष अभिनंदन किया गया और समाज में क्षमा, सेवा एवं करुणा के संदेश पर जोर दिया गया।

राज्यपाल हरीभाऊ बागड़े का संदेश – क्षमा पर्व मानवता का श्रेष्ठ उदाहरण

कार्यक्रम में राज्यपाल हरीभाऊ बागड़े ने मंच से “मिच्छामि दुक्कड़म…मिच्छामी दुक्कड़म” कहते हुए नागौरवासियों से अब तक की गई गलतियों के लिए क्षमा याचना की। उन्होंने कहा – “किसी व्यक्ति का आदर्श इसी में झलकता है कि वह गलतियों पर क्षमा मांगता है। क्षमा पर्व मानवता का श्रेष्ठ उदाहरण है।”

उन्होंने कहा कि “क्षमा पर्व वह संस्कृति है जो आत्मशुद्धि का मार्ग दिखाती है। भारतीय संस्कृति मिटने वाली नहीं है। साधु-संतों के संस्कार हमारे जीवन को सफल बनाते हैं। चातुर्मास स्वयं को निर्मल रखने का पर्व है। शब्द हमारी संपत्ति हैं, इनका प्रयोग सोच-समझकर करना चाहिए।”

राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक इंसान में दो शक्तियां होती हैं – पशुता और दिव्यता। “हमें पशुता की शक्ति छोड़कर दिव्यता की ओर बढ़ना चाहिए। व्यक्ति का मन साफ होना चाहिए, क्रोध नहीं करना चाहिए। जो ज्ञानवान होता है, वह क्षमा का भाव रखता है। हम सबको प्रण लेना चाहिए कि अनाज को व्यर्थ न करें,” उन्होंने कहा।

पंजाब और बिहार के राज्यपालों ने रखे विचार

इस समारोह में पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया और बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी मौजूद रहे। कटारिया ने कहा, “मैं खुद जैन धर्म का श्रावक हूं, इसलिए आज के कार्यक्रम में सभी अतिथियों का स्वागत करता हूं।”

वहीं बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा – “भारतीय संस्कृति में लोगों ने हमेशा साधु-संतों से जीवन मूल्य सीखे हैं। सब कुछ इन दो आंखों से नहीं दिखता, क्योंकि इनसे केवल विभिन्नता नजर आती है। इससे परे जाकर हमें सबकी एक आत्मा को समझना जरूरी है। एकात्म को समझेंगे तो विश्व में सब लड़ाइयां समाप्त हो जाएंगी।” उन्होंने गीता का श्लोक सुनाकर बिहार की जनता की ओर से सूरीश्वर महाराज का आभार जताया।

जैनाचार्य के चार संदेश समाज के लिए

जैन मुनि विजय नित्यानंद सूरीश्वर ने समाज को चार प्रमुख संदेश दिए –
1️⃣ किसी का अहित नहीं करेंगे।
2️⃣ सेवा, करुणा और सहिष्णुता को अपनाएंगे।
3️⃣ मानवता की सेवा से ऊंचा कोई काम नहीं है।
4️⃣ अपने लिए नहीं, हजारों के लिए जिएंगे।

उन्होंने कहा – “आज विश्व में हिंसा, आतंकवाद और सांप्रदायिक संघर्ष बढ़ रहे हैं, ऐसे समय में राजनीति से जुड़े लोगों को अहिंसा का प्रशिक्षण देना चाहिए।” इस मौके पर तीनों राज्यों के राज्यपालों ने उन्हें सोने की स्याही से लिखा अभिनंदन पत्र सौंपा।

गणमान्य व्यक्तियों और सितारों की मौजूदगी

समारोह में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, जिला प्रभारी मंत्री कन्हैया लाल चौधरी, राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार, किसान आयोग अध्यक्ष सी आर चौधरी, सहकारिता राज्यमंत्री गौतम कुमार दक्ष, पूर्व विधायक मोहनराम चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष रामधन पोटलिया, पाली के पूर्व सांसद पुष्प जैन और महाराष्ट्र के राज्य मंत्री ललित गांधी भी उपस्थित रहे। सभी अतिथियों का स्वागत नागौर जैन समाज के अध्यक्ष अशोक समदड़िया ने किया।

भक्ति संध्या और ड्रोन शो में उमड़ी भीड़

इससे पहले सोमवार शाम को अभिनंदन समारोह के तहत भक्ति संध्या और ड्रोन शो का आयोजन किया गया। इसमें बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद और टीवी सीरियल ‘अनुपमा’ की रूपाली गांगुली ने भी शिरकत की। दोनों कलाकारों ने सूरीश्वर महाराज का आशीर्वाद लिया और नागौर के लोगों से संवाद कर कार्यक्रम को यादगार बना दिया।

 

नितिन सिंह/vbt news

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