चीन में भूकंप के तेज झटके, 100 से ज्यादा घरों में दरारें, 8 धराशायी
बीजिंग । उत्तर पश्चिमी चीन के गांसू प्रांत में शनिवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी गई। यह झटके इतने जोरदार थे कि इलाके में हड़कंप मच गया और लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। रिपोर्ट के अनुसार, इस भूकंप से 100 से ज्यादा घरों में दरारें आ गईं और 8 घर पूरी तरह से धराशायी हो गए।
भूकंप शनिवार सुबह 5:49 बजे महसूस किया गया। इसका केंद्र गांसू प्रांत के लांझोऊ शहर से करीब 140 किलोमीटर दूर और जमीन के 10 किलोमीटर अंदर दर्ज किया गया। झटकों की तीव्रता इतनी थी कि इलाके में मौजूद लोग दहशत में आ गए। हालांकि राहत की बात यह रही कि इस भूकंप में किसी की भी जान नहीं गई।
7 लोग घायल, पर सभी खतरे से बाहर
सरकारी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस भूकंप में 7 लोग घायल हुए, मगर सभी को हल्की चोटें आईं और वे अब खतरे से बाहर हैं। राहत और बचाव दल ने तुरंत मौके पर पहुंचकर प्रभावित इलाकों का दौरा किया और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
लोगों में दहशत, घरों से बाहर बिताई रात
भूकंप के बाद कई इलाकों में लोग एहतियातन अपने घरों से बाहर निकल आए और रात खुले आसमान के नीचे बिताई। स्थानीय प्रशासन ने तुरंत राहत शिविर और मेडिकल सहायता की व्यवस्था की। प्रभावित क्षेत्रों में आपात सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया है।
सरकार ने शुरू की राहत-बचाव प्रक्रिया
चीनी सरकार ने तुरंत आपदा प्रबंधन दलों को सक्रिय कर दिया है। प्रभावित इलाकों में सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। जिन घरों में दरारें आई हैं, उन्हें अस्थायी रूप से खाली कराया जा रहा है ताकि किसी बड़े हादसे से बचा जा सके।
भूकंप का इतिहास और खतरा
गौरतलब है कि गांसू प्रांत और उत्तर-पश्चिमी चीन का यह इलाका भूकंपीय गतिविधियों के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है। यहां पहले भी कई बार मध्यम और तेज झटके महसूस किए जा चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि 5.6 तीव्रता का भूकंप भी कमजोर निर्माण वाले घरों के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है।
लोगों से अपील
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासनिक दिशानिर्देशों का पालन करें। साथ ही, जिन घरों में दरारें आई हैं, वहां तुरंत इंजीनियरिंग टीमों द्वारा सुरक्षा जांच की जा रही है।
भूकंप की इस घटना ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सतर्कता और तैयारी की जरूरत को उजागर कर दिया है। प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्यों में जुटा है और पीड़ित परिवारों को सहायता उपलब्ध करा रहा है।
नितिन सिंह / 27 सितंबर 2025
