जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने किया चूंटीसरा विद्यालय का औचक निरीक्षण, स्मार्ट शिक्षा की सराहना
नागौर, 10 नवम्बर।
जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने सोमवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, चूंटीसरा का औचक निरीक्षण कर शिक्षण व्यवस्था का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यालय में स्मार्ट बोर्ड के माध्यम से चल रहे शिक्षण कार्यों को देखा और विद्यार्थियों से सीधे संवाद भी किया।

कलक्टर पुरोहित ने विद्यार्थियों के साथ कक्षा में कुछ समय बिताते हुए स्वयं स्मार्ट बोर्ड पर ग्राफ बनाकर “प्रयास और परिणाम” के संबंध को समझाया। उन्होंने विद्यार्थियों से प्रश्न पूछकर उनकी समझ और सहभागिता का मूल्यांकन किया। कलक्टर ने कहा कि शिक्षा केवल परीक्षा पास करने का माध्यम नहीं, बल्कि जीवन में सही दिशा देने का साधन है। उन्होंने विद्यार्थियों को नियमित अध्ययन, अनुशासन और डिजिटल साधनों के समुचित उपयोग की प्रेरणा दी।
विद्यालय के प्राचार्य मानाराम पचार ने कलक्टर को विद्यालय में किए जा रहे विभिन्न नवाचारों एवं डिजिटल शिक्षण प्रणाली की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विद्यालय में स्मार्ट बोर्ड के उपयोग से विद्यार्थियों की रुचि और सीखने की गति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। साथ ही, विद्यालय में समय-समय पर डिजिटल क्लास, क्विज़ प्रतियोगिताएं और इनोवेशन प्रोजेक्ट्स भी आयोजित किए जा रहे हैं ताकि विद्यार्थियों में रचनात्मक सोच को प्रोत्साहन मिल सके।
कलक्टर पुरोहित ने विद्यालय के भवन, प्रयोगशाला, पुस्तकालय और खेल मैदान का भी निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय परिसर की स्वच्छता की सराहना करते हुए कहा कि स्वच्छ वातावरण में ही अच्छा शिक्षण संभव है। साथ ही, उन्होंने विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिए कि विद्यार्थियों की उपस्थिति नियमित रखी जाए और शिक्षकों द्वारा शिक्षण की गुणवत्ता पर निरंतर ध्यान दिया जाए।
निरीक्षण के दौरान उपस्थित उपप्राचार्य प्रमिला, व्याख्याता पूजा निर्मल, नितिन अग्रवाल, वरिष्ठ अध्यापक अनिल कुमार भाकल, जगराम, जयकरण रतनू, तथा अध्यापिकाएँ राधा शर्मा, अमिता जाखड़, बंसती मेघवाल, जमीला बानो, लक्ष्मी कुलदीप, पुष्पलता ने कलक्टर को विद्यालय की गतिविधियों से अवगत कराया।
इसके अलावा वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक हरेन्द्र तांडी, प्रयोगशाला सहायक हीरालाल जांगीड़, वरिष्ठ सहायक परमेश्वर गौड़, सुबाला और दीपक दवे सहित पूरा स्टाफ निरीक्षण के दौरान उपस्थित रहा।
जिला कलक्टर ने विद्यालय परिवार की टीम भावना और समर्पण की प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकारी विद्यालयों में यदि शिक्षक नवीन तकनीक और रचनात्मक शिक्षण विधियों को अपनाएं, तो ये संस्थान निजी विद्यालयों से भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने छात्रों को निरंतर मेहनत और सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने की प्रेरणा दी।
इस औचक निरीक्षण के दौरान विद्यालय परिसर में विद्यार्थियों और शिक्षकों में उत्साह देखा गया। निरीक्षण का समापन कलक्टर के प्रेरणादायक संदेश और विद्यार्थियों की जिज्ञासापूर्ण प्रश्नोत्तरी सत्र के साथ हुआ, जिससे विद्यालय में शिक्षण माहौल और अधिक जीवंत बन गया।
एडिटर/नितिन सिंह/वीबीटी न्यूज / 10 नवंबर 2025
