धांधलास की बेटी पुष्पा जांगिड़ का RAS में चयन | ओबीसी महिला वर्ग में 9वीं रैंक | दैनिक मरुप्रहार मेड़ता सिटी
संवाददाता/डी.डी. चारण | मेड़ता सिटी:
मेड़ता सिटी के निकटवर्ती ग्राम धांधलास की बेटी पुष्पा जांगिड़ ने अपनी मेहनत और लगन से राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) परीक्षा 2023 में उल्लेखनीय सफलता अर्जित की है। पुष्पा ने ओबीसी महिला वर्ग में 9वीं रैंक प्राप्त कर न केवल अपने परिवार का बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
गांव की इस बेटी की सफलता की खबर मिलते ही पूरे धांधलास गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने पुष्पा जांगिड़ का भव्य स्वागत करते हुए माला, साफा और मिठाई से अभिनंदन किया। इस मौके पर गांव में उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला।
सामाजिक कार्यकर्ता दयाराम कसवां ने बताया कि पुष्पा जांगिड़, पुत्री रामनिवास जांगिड़ (सेवानिवृत्त व्याख्याता) ने अपने दृढ़ निश्चय और कठिन परिश्रम के दम पर यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने बताया कि पुष्पा के दो भाई अध्यापक हैं, जबकि एक भाई निजी कंपनी में कार्यरत हैं। परिवार में शिक्षा का माहौल हमेशा से रहा, जिसने पुष्पा को प्रेरित किया कि वह समाज सेवा और प्रशासनिक क्षेत्र में अपनी भूमिका निभाए।
गांव में हुए नागरिक अभिनंदन समारोह के दौरान पुष्पा को राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष सी.आर. चौधरी ने माला और साफा पहनाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि “पुष्पा जैसी बेटियां न केवल अपने परिवार का, बल्कि पूरे समाज का गौरव हैं। उन्होंने यह साबित किया है कि अगर संकल्प मजबूत हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं।”
अभिनंदन समारोह में एसीबी ईओ गोपाल सिंह चारण, दयाराम कसवां, रामनिवास खंडेलवाल, रामरघुनाथ छरंग, प्रेमसुख कसवां, रामगोपाल फौजी, हेमाराम प्रजापत, महावीर प्रसाद प्रजापत, भंवरनाथ सहित कई गणमान्य लोग और ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने पुष्पा की सफलता को बालिकाओं के लिए प्रेरणादायक नजीर बताया।
गांव की महिलाओं ने पुष्पा की सफलता पर गर्व जताते हुए कहा कि अब गांव की बेटियां भी प्रशासनिक सेवाओं में अपनी पहचान बनाएंगी। पुष्पा ने इस अवसर पर कहा कि “यह सफलता मेरे माता-पिता और गुरुजनों के आशीर्वाद से संभव हुई है। मैं चाहती हूं कि ग्रामीण क्षेत्र की अधिक से अधिक बालिकाएं उच्च शिक्षा प्राप्त कर समाज सेवा में आगे आएं।”
पुष्पा जांगिड़ का यह चयन न केवल धांधलास गांव बल्कि पूरे मेड़ता क्षेत्र के लिए गर्व का क्षण है। उनकी सफलता ने यह सिद्ध किया है कि कठिन परिश्रम, अनुशासन और आत्मविश्वास से हर लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
