अजमेर/जयपुर।
डेगाना विधानसभा क्षेत्र के सूदवाड गांव निवासी एवं एनएसयूआई अजमेर के पूर्व जिला सचिव फारुक मोहम्मद ने अपने 25वें जन्मदिन के अवसर पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत से आत्मीय मुलाकात की। यह भेंटवार्ता न केवल शुभकामनाओं का आदान-प्रदान थी, बल्कि इसमें युवाओं से जुड़े अनेक शैक्षणिक और रोजगार संबंधी मुद्दों को भी गंभीरता से उठाया गया।

 

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोहम्मद को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए गुलदस्ता भेंट किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर मोहम्मद ने एक ज्ञापन सौंपते हुए युवाओं की विभिन्न शिक्षा और भर्ती से जुड़ी मांगों को रखा।

📌 ज्ञापन में उठाए गए मुख्य मुद्दे:

  • शिक्षक भर्ती ग्रेड-1st, 2nd और 3rd में पदों की संख्या में वृद्धि की मांग।
  • आगामी सत्र में नई भर्तियों की तिथि की जल्द घोषणा
  • व्याख्याता भर्ती 2024 में दोनों पेपरों को मिलाकर न्यूनतम 40% योग्यता निर्धारित करने की अपील।
  • RPSC और अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड की भर्तियों में लागू नॉर्मलाइजेशन प्रणाली को समाप्त करने की मांग।

पूर्व मुख्यमंत्री ने फारुक मोहम्मद की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और युवाओं के हित में सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इन मांगों को वर्तमान राज्य सरकार के समक्ष उठाया जाएगा ताकि योग्य अभ्यर्थियों को न्याय मिल सके।

गौरतलब है कि फारुक मोहम्मद पहले भी राजस्थान के कैबिनेट शिक्षामंत्री श्री मदन दिलावर से मुलाकात कर इन्हीं मांगों को रख चुके हैं। शिक्षामंत्री ने भी इन मुद्दों पर विचार कर उचित निर्णय लेने की बात कही थी

🧑‍🏫 फारुक मोहम्मद – एक शिक्षक और युवा हितों की आवाज

फारुक मोहम्मद केवल एक शिक्षक नहीं, बल्कि एक प्रभावशाली युवा मार्गदर्शक और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन से ही युवाओं के अधिकारों और शिक्षा में सुधार की दिशा में लगातार सक्रिय भूमिका निभाई है। चाहे छात्र राजनीति हो या शिक्षा नीति, फारुक हमेशा निष्पक्षता और नवाचार के पक्षधर रहे हैं।

उनकी पहल से अब तक दर्जनों बेरोजगार युवाओं को उचित मंच मिला है और वे सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता की पुरजोर वकालत करते रहे हैं।

मुलाकात के अंत में फारुक मोहम्मद ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का तहेदिल से आभार जताया और विश्वास जताया कि आने वाले समय में भी वे युवा वर्ग की समस्याओं को गंभीरता से सुनते रहेंगे।