
जयपुर। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को नई गति देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। शुक्रवार को उन्होंने राज्य के 14 विधानसभा क्षेत्रों में बनने वाले 20 अटल प्रगति पथों की लगभग 81.61 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण की मंजूरी दी है।
इन अटल प्रगति पथों की कुल लंबाई लगभग 49.10 किलोमीटर होगी, और यह परियोजनाएं प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों को कनेक्टिविटी और सुविधाओं के नए स्तर तक पहुंचाने का कार्य करेंगी। खास बात यह है कि इन स्वीकृत मार्गों में से एक सड़क गोटन कस्बे को विशेष रूप से लाभान्वित करेगी।
गोटन को मिला विकास का तोहफा: 4.50 करोड़ की लागत से बनेगा नया अटल पथ
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी द्वारा स्वीकृत इन 20 पथों में से एक महत्वपूर्ण परियोजना है मेड़ता विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत हरसोलाव तिराहे से गोटन हरसोलाव रोड होते हुए आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल, गोटन तक सड़क निर्माण की। इस 2.20 किलोमीटर लंबे अटल प्रगति पथ पर 4.50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
यह सड़क गोटन के शिक्षा, आवागमन और ग्रामीण जनजीवन को नया आधार देने वाली साबित होगी। विशेष रूप से आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल तक बेहतर सड़क पहुंचने से छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत मिलेगी, जो कि अब तक टूटी-फूटी सड़कों और असुविधाजनक मार्गों से गुजरते थे।
ग्रामीण कनेक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा
इस सड़क के निर्माण से गोटन क्षेत्र के आसपास के ग्रामीणों को भी बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। हरसोलाव और गोटन के बीच यह मार्ग न केवल आवागमन को सरल बनाएगा, बल्कि क्षेत्रीय व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और आपातकालीन स्थितियों में भी तेज सहायता उपलब्ध कराएगा।
ग्रामवासियों और जनप्रतिनिधियों ने इस फैसले का स्वागत किया है और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी का आभार जताया है।
प्रदेशभर में विकास की रफ्तार: 269 अटल प्रगति पथों की स्वीकृति
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी अब तक 574.11 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 700.12 किलोमीटर लंबे कुल 269 अटल प्रगति पथों की स्वीकृति जारी कर चुकी हैं। यह आंकड़े इस बात का प्रमाण हैं कि राज्य सरकार ग्रामीण विकास और आधारभूत ढांचे को प्राथमिकता दे रही है।
इन अटल प्रगति पथों के निर्माण से न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और स्थानीय स्तर पर अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
अटल प्रगति पथ योजना: एक दृष्टि में
“अटल प्रगति पथ योजना” राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य है ग्रामीण क्षेत्रों में पक्की और टिकाऊ सड़कों का निर्माण। इस योजना के तहत प्राथमिकता उन क्षेत्रों को दी जाती है जहां पर अभी तक कच्चे रास्तों या टूटी-फूटी सड़कों से ग्रामीण परेशान हैं।
इस योजना का नाम देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने देशभर में सड़क नेटवर्क के विस्तार की ऐतिहासिक पहल की थी। अब राजस्थान में यह योजना उनके विज़न को साकार करने का कार्य कर रही है।
विधानसभा क्षेत्रवार स्वीकृत मार्गों का वितरण
इस बार जिन 14 विधानसभा क्षेत्रों को अटल प्रगति पथों की सौगात मिली है, उनमें मेड़ता के साथ-साथ नागौर, डीडवाना, परबतसर, लाडनूं, फलौदी, खींवसर, पाली, बाली, जैतारण, किशनगढ़, रावला, बीकानेर ग्रामीण और सूरतगढ़ शामिल हैं।
हर क्षेत्र को उसके भूगोल, जरूरत और यातायात के अनुसार प्रायोरिटी दी गई है। गोटन जैसे कस्बों में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं तक सड़क पहुंच को प्राथमिकता दी गई है।
स्थानीय नेताओं और जनप्रतिनिधियों की प्रतिक्रियाएं
गोटन क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और पंचायत प्रतिनिधियों ने इस मंजूरी को “ऐतिहासिक और जनहितकारी कदम” बताया है। उनका कहना है कि इससे क्षेत्र का चहुंमुखी विकास होगा। स्कूल प्रशासन ने भी खुशी जताते हुए कहा कि बच्चों को अब सुरक्षित और सुविधाजनक रास्ता मिलेगा, जिससे उनकी शिक्षा में निरंतरता बनी रहेगी।
आगे की राह: निर्माण की गुणवत्ता और समयबद्धता होगी चुनौती
अब जबकि स्वीकृति मिल चुकी है, आगे की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग (PWD) और ठेकेदारों की होगी कि वे इस कार्य को समय पर और गुणवत्ता के साथ पूर्ण करें। सरकार ने पहले ही निर्देश दिए हैं कि निर्माण कार्यों में किसी प्रकार की ढिलाई या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस पूरे कार्य की मॉनिटरिंग स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की जाएगी।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी द्वारा दी गई यह सड़क निर्माण की स्वीकृति गोटन और पूरे राजस्थान के ग्रामीण इलाकों के लिए एक बड़ी सौगात है। यह केवल एक सड़क नहीं, बल्कि विकास, सुविधा और आत्मनिर्भरता की दिशा में उठाया गया एक मजबूत कदम है।
राज्य सरकार का यह प्रयास निश्चित ही राजस्थान के ग्रामीण परिवेश को समृद्ध और सशक्त बनाएगा।