
नागौर।
राजस्थान के माउंट आबू में एक पत्रकार पर हुए कायराना हमले के विरोध में सोमवार को इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (IFWJ) की नागौर जिला इकाई के पत्रकारों ने जिला मुख्यालय पर एकत्र होकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन अतिरिक्त जिला कलेक्टर को सौंपा।
ज्ञापन में इस गंभीर व निंदनीय घटना को पत्रकारिता की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा हमला बताते हुए दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी और विभागीय कार्रवाई की मांग की गई है। साथ ही राज्य में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की भी पुरजोर अपील की गई।
संगठन का कहना है कि यह घटना न सिर्फ एक व्यक्ति पर हमला है, बल्कि यह पूरी पत्रकारिता बिरादरी को डराने की साजिश है। IFWJ ने इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कर षड्यंत्र में शामिल सभी लोगों के नाम सार्वजनिक करने और दोनों नामजद आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है।
IFWJ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि राज्य सरकार पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर रुख नहीं अपनाती है, तो संगठन राजधानी जयपुर में हजारों पत्रकारों के साथ धरना-प्रदर्शन करने को विवश होगा। इस स्थिति में उत्पन्न होने वाली सभी परिस्थितियों की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।
ज्ञापन सौंपने के दौरान जिला इकाई अध्यक्ष अणदाराम बिश्नोई के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पत्रकार उपस्थित रहे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से
रामेश्वर सोनी, रतन सिंह राठौड़, लोकेश श्रीवास्तव, मोहित रांकावत, हरिश आचार्य, तेजाराम लाडनवा, कन्वलजीत सिंह, केशाराम गढ़वार, श्यामलाल चौधरी, रामनिवास वैष्णव, श्रवण दाधीच, विपुल सक्सेना, रमाकांत पारीक, सुनील गौड़, रामकिशोर शर्मा, मेहबूब तगाला, विक्रम सामरिया, नृसिंह कड़ेल, हुक्माराम ताड़ा, राज मोहम्मद, श्याम माथुर सहित अन्य पत्रकार साथी उपस्थित रहे।
इसके अतिरिक्त संत चतुरदास महाराज मंदिर विकास समिति बुटाटी धाम के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह एवं अखिल राजस्थान संयुक्त कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रामनिवास चौधरी ने भी समर्थन स्वरूप उपस्थिति
दर्ज कराई।