November 15, 2025
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जयपुर एयरपोर्ट पर 11 करोड़ का हाइड्रोपोनिक गांजा पकड़ा, युवक गिरफ्तार

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जयपुर (वीबीटी न्यूज )। जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 11 करोड़ रुपए मूल्य के गांजे की खेप को जब्त किया है। इस मामले में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी युवक उच्च गुणवत्ता वाले हाइड्रोपोनिक वीड (गांजा) को ट्रॉली बैग में छुपाकर लाया था।
कस्टम अधिकारियों के अनुसार, युवक बैंकॉक से आने वाली फ्लाइट संख्या एफडी-130 से जयपुर एयरपोर्ट पर उतरा था। उसकी गतिविधियां संदिग्ध लगने पर अधिकारियों ने उसकी तलाशी ली। जांच के दौरान युवक के ट्रॉली बैग से 11 किलो हाइड्रोपोनिक वीड बरामद हुआ। इसे वैक्यूम पैक पैकेजिंग में बड़ी ही चालाकी से छुपाया गया था, ताकि स्कैनिंग मशीन से बचा जा सके। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस ड्रग की कीमत लगभग 11.50 करोड़ रुपए आंकी गई है।
कस्टम अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने शुरुआत में इस खेप के बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया। लेकिन जब बैग को खोला गया और गांजे के पैकेट सामने आए तो उसने कई बातें स्वीकार कीं। फिलहाल आरोपी से विस्तृत पूछताछ की जा रही है कि वह यह खेप किसे देने वाला था, किसके निर्देश पर ला रहा था और क्या इससे पहले भी वह इस तरह की तस्करी में शामिल रहा है।
जांच एजेंसियां यह भी खंगाल रही हैं कि जयपुर एयरपोर्ट को तस्करी के लिए क्यों चुना गया और क्या इसमें कोई स्थानीय नेटवर्क सक्रिय है। कस्टम विभाग का मानना है कि हाइड्रोपोनिक वीड की यह खेप किसी बड़े ड्रग सिंडिकेट से जुड़ी हो सकती है।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब जयपुर एयरपोर्ट पर इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग्स पकड़ी गई हो। पिछले सप्ताह भी राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने दो अलग-अलग मामलों में हाइड्रोपोनिक वीड (गांजा) और सोने की तस्करी में शामिल दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। इन घटनाओं के बाद से एयरपोर्ट पर सुरक्षा और निगरानी और कड़ी कर दी गई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, हाइड्रोपोनिक वीड सामान्य गांजे की तुलना में अधिक शक्तिशाली होता है और इसे नियंत्रित वातावरण में उगाया जाता है, इसलिए यह महंगा भी होता है। यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी मांग अधिक है। तस्कर इसको छुपाने के लिए वैक्यूम पैकिंग, मल्टी-लेयर बैगिंग और कार्गो में मिलाने जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं।
कस्टम विभाग ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपी से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसका नेटवर्क कितना बड़ा है और इस खेप के पीछे कौन लोग हैं। अधिकारी मानते हैं कि यह बरामदगी राजस्थान में सक्रिय ड्रग तस्करी नेटवर्क को उजागर करने में मददगार साबित हो सकती है।
एयरपोर्ट प्रशासन और कस्टम विभाग ने यात्रियों को आगाह किया है कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा के दौरान किसी भी संदिग्ध पार्सल या पैकेज को बिना जांचे न उठाएं, क्योंकि ऐसे मामलों में अनजाने में भी शामिल व्यक्ति को कठोर सजा का सामना करना पड़ सकता है।
नितिन सिंह/डेस्क टीम

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