कंकेडिया भैरून्जी मेले की तैयारियां जोरों पर, भक्तों में उत्साह का माहौल ।
राजस्थान के नागौर जिले के थांवला कस्बे में धार्मिक आस्था और परंपराओं का प्रतीक कंकेडिया भैरून्जी का भव्य मेला इस वर्ष 7 सितम्बर से 11 सितम्बर तक आयोजित होने जा रहा है। कस्बे के रातरणा रोड स्थित राजा भृतहरि की तपोभूमि पर बसे श्री कंकेडिया भैरून्जी मंदिर परिसर में होने वाले इस मेले की तैयारियां इन दिनों जोर-शोर से चल रही हैं।
नाथ संप्रदाय मेला कमेटी और ग्राम पंचायत थांवला के संयुक्त तत्वावधान में होने वाला यह मेला रियांबड़ी उपखण्ड का सबसे बड़ा और भव्य आयोजन माना जाता है। मेले की तैयारियों को देखते हुए सोमवार को कार्यकर्ताओं द्वारा 700 से अधिक अस्थाई दुकानों के स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं।
दुकानों का होगा आवंटन
सेवादार हनुमान महंत ने बताया कि मेले में दूर-दराज़ से आने वाले दुकानदारों और व्यावसायिकों को 3 सितम्बर से दुकानों का आबंटन शुरू किया जाएगा। इन दुकानों में मिठाई, खिलौने, झूले, धार्मिक सामग्री, खाने-पीने की चीजें और अन्य आकर्षण देखने को मिलेंगे।
मेले का शुभारंभ और झंडारोहण रैली
मेले का शुभारंभ 7 सितम्बर दोपहर 12:15 बजे होगा। इस अवसर पर आसण मठ से कंकेडिया भैरून्जी धाम मंदिर तक विशाल ध्वज रैली निकाली जाएगी। इस रैली में आस-पास के लगभग पचास गांवों के ग्रामीण और भक्तगण शामिल होंगे। इसके साथ ही हरियाणा, गुजरात, पंजाब और अन्य राज्यों से आने वाले बाबा मंगलनाथ के शिष्यगण भी विशेष रूप से भाग लेंगे।
भजन संध्या का आकर्षण
मेले की पूर्व संध्या पर भक्तिमय माहौल देखने को मिलेगा, जब प्रसिद्ध भजन गायक प्रेमानाथ महाराज (डेगाना) अपनी संगीतमयी प्रस्तुतियां देंगे। इस भजन संध्या में हजारों की संख्या में भक्तगण उपस्थित होकर बाबा भैरून्जी के भजनों और कीर्तन का आनंद लेंगे।
धार्मिक और सामाजिक महत्व
कंकेडिया भैरून्जी का मेला न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण है। यह आयोजन ग्रामीण अंचल की आस्था, संस्कृति और भाईचारे का प्रतीक है। मेले में विभिन्न राज्यों और जिलों से आने वाले श्रद्धालु एक साथ जुटते हैं, जिससे आपसी भाईचारा और सामाजिक एकता को मजबूती मिलती है।
सुरक्षा और व्यवस्थाएं
ग्राम पंचायत और मेला कमेटी की ओर से सुरक्षा एवं स्वच्छता की विशेष तैयारियां की जा रही हैं। मेले में पुलिस प्रशासन की ओर से चौकसी और सुरक्षा व्यवस्था, वहीं सेवादारों द्वारा पानी और भोजन जैसी मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है।
श्रद्धालुओं में उत्साह
भक्तों में इस मेले को लेकर जबरदस्त उत्साह है। न केवल नागौर जिले से, बल्कि आस-पास के जिलों और अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु इस मेले में शिरकत करने के लिए तैयारी कर रहे हैं।
कंकेडिया भैरून्जी का यह मेला केवल आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि लोक संस्कृति, धार्मिक समर्पण और सामाजिक जुड़ाव का भी अद्भुत संगम है। जैसे-जैसे तिथि नज़दीक आ रही है, वैसे-वैसे भक्तों और ग्रामीणों में उत्साह चरम पर पहुंच रहा है।
