नागौर जिले के रियांबड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के चलते लूणी नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है। शुक्रवार को रियांबड़ी के निकटवर्ती ग्राम लाडवा में बड़ा हादसा टल गया। यहां नदी की रपट को पार करते समय एक निजी सवारी बस असंतुलित होकर बहाव क्षेत्र में उतर गई। गनीमत रही कि चालक की सूझबूझ से सभी सवारियों को समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दोपहर के समय लाडवा से गुजर रही बस जैसे ही लूणी नदी की रपट पर पहुंची तो तेज बहाव के कारण आगे के दोनों टायर फिसलकर पानी में चले गए। अचानक बस के डगमगाने से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। कई यात्री डर के मारे जोर-जोर से चिल्लाने लगे। लेकिन चालक ने हिम्मत नहीं हारी और तुरंत बस को रोकते हुए यात्रियों को एक-एक कर सुरक्षित बाहर निकलवाया। इस दौरान स्थानीय ग्रामीण भी मदद के लिए मौके पर पहुंच गए और यात्रियों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया।
मैड़ास सरपंच पप्पूराम मेघवाल ने बताया कि यह घटना काफी गंभीर हो सकती थी, लेकिन चालक की समझदारी और ग्रामीणों की मदद से बड़ी दुर्घटना टल गई। उन्होंने कहा कि लगातार बरसात के कारण नदी का बहाव तेज है, ऐसे में रपट पार करते समय आमजन को सावधानी बरतनी चाहिए। सरपंच ने प्रशासन से भी मांग की कि बरसात के दिनों में रपट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी रामकरण चोटिया ने भी आमजन से अपील की कि नदी-नालों में पानी का बहाव तेज होने पर लापरवाही न करें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि कई बार लोग जल्दबाजी में रपट या बहाव क्षेत्र को पार करने का जोखिम उठा लेते हैं, जो जानलेवा साबित हो सकता है। प्रशासन लगातार लोगों को सचेत कर रहा है कि बरसात के दिनों में नदी-नालों में पानी का बहाव सामान्य दिनों से कहीं अधिक रहता है, इसलिए धैर्य और सतर्कता ही सुरक्षा का सबसे बड़ा उपाय है।
गौरतलब है कि लूणी नदी क्षेत्र में हर साल बरसात के मौसम में इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती हैं। बारिश के चलते जहां खेत-खलिहान पानी से लबालब हो जाते हैं, वहीं रपट और पुल-पुलिया भी जलमग्न हो जाती हैं। इस बार भी लाडवा ग्राम में हुआ हादसा लोगों के लिए चेतावनी है कि सावधानी ही सुरक्षित जीवन का आधार है।