मेड़ता सिटी: कस्तूरबा विद्यालय की बालिकाओं ने किया थाना अवलोकन
संवाददाता/ डी. डी. चारण / मेड़ता सिटी
मेड़ता सिटी में शुक्रवार को कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की छात्राओं ने स्थानीय थाने का शैक्षणिक अवलोकन किया। इस दौरान छात्राओं को राजस्थान पुलिस की कार्यप्रणाली, कानून व्यवस्था और सुरक्षा तंत्र से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत करवाया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ाना और अपराध एवं सुरक्षा से जुड़े मामलों में जागरूकता पैदा करना था।सीआई धर्मेश दायमा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि “आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय” राजस्थान पुलिस का मूल मंत्र है, और इसी सिद्धांत के आधार पर पुलिस निरंतर आम लोगों की सुरक्षा के लिए कार्य करती है। उन्होंने छात्राओं को बताया कि पुलिस किस प्रकार शिकायतों का निस्तारण करती है, अपराधों की रोकथाम में तकनीक का उपयोग कैसे किया जाता है, तथा आपातकालीन स्थिति में पुलिस सहायता कैसे प्राप्त की जा सकती है।छात्राओं ने थाना परिसर का दौरा करते हुए विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया। एएसआई बाबूलाल ने उन्हें थाना भवन की संरचना, दस्तावेजी प्रक्रिया, FIR पंजीकरण प्रणाली और थाना स्तर पर उपलब्ध महत्वपूर्ण संसाधनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने छात्राओं को हथियारों और सुरक्षा उपकरणों की कार्यप्रणाली से भी अवगत कराया। कार्यक्रम के दौरान बालिकाओं ने कई प्रश्न पूछे जिनका पुलिस अधिकारियों ने सरल और सहज भाषा में उत्तर दिया। इस इंटरैक्टिव सेशन से छात्राओं की मन की हिचकिचाहट दूर हुई और उन्होंने पुलिस के प्रति सहयोगात्मक भाव विकसित होने की बात कही। अधिकारियों ने छात्राओं को हेल्पलाइन नंबर 112 (आपातकालीन), 1090 (महिला सुरक्षा), 181 (महिला हेल्पलाइन), 1098 (बाल सुरक्षा) सहित अन्य महत्वपूर्ण नंबरों की जानकारी भी दी।विद्यालय की संस्था प्रधान मोनिका ढाका ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बच्चियों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे भविष्य में किसी भी आपात स्थिति में बिना संकोच पुलिस से सहायता ले सकती हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बालिकाओं के सर्वांगीण विकास के लिए ऐसे प्रयास अत्यंत आवश्यक हैं।इस अवसर पर एएसआई बाबूलाल, बुद्धा राम, अनीश खान, सुरेश दास, महेंद्र चौधरी, महिला सखी सोभा प्रजापत सहित विद्यालय की शिक्षिकाएँ अंजलि चौधरी, नीतू शेखावत और बड़ी संख्या में छात्राएँ उपस्थित रहीं।
थाना अवलोकन कार्यक्रम बालिकाओं के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव रहा, जिसके माध्यम से उन्होंने न केवल पुलिस की कार्यशैली के बारे में सीखा, बल्कि कानून और सुरक्षा के प्रति जागरूकता भी प्राप्त की। ऐसे आयोजनों से समाज में पुलिस और जनता के बीच पारस्परिक विश्वास व सहयोग की भावना मजबूत होती है।
