नागौर में सेवा पखवाड़े के तहत क्षय रोगियों को निक्षय पोषण किट वितरित
नागौर, 20 सितम्बर।
राज्य सरकार की ओर से संचालित सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत शनिवार को नागौर जिले में क्षय रोगियों के लिए “निक्षय पोषण किट” वितरण कार्यक्रम आयोजित किए गए। यह कार्यक्रम राजकीय क्षय रोग निवारण केन्द्र तथा पंडित जे.एल.एन. अस्पताल दोनों स्थानों पर आयोजित हुए। इस पहल का उद्देश्य प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान को गति देना और क्षय रोगियों को उपचार अवधि में पर्याप्त पोषण उपलब्ध कराना है।
राजकीय क्षय रोग निवारण केन्द्र, नागौर में आयोजित कार्यक्रम जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित के निर्देशानुसार हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला कलक्टर चंपालाल जीनगर थे। इस अवसर पर जिला क्षय रोग निवारण अधिकारी डॉ. श्रवण राव ने बताया कि निक्षय कार्यक्रम के तहत जेएसडब्ल्यू सीमेंट कंपनी ने 25 क्षय रोगियों को “निक्षय पोषण किट” वितरित किए।
कार्यक्रम के दौरान जेएसडब्ल्यू सीमेंट कंपनी, नागौर के सीएसआर हेड शिवभगवान ने बताया कि कंपनी प्रबंधन ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत नागौर जिले के 100 क्षय रोगियों को गोद लेने का निर्णय लिया है। इन रोगियों को उनके उपचार की छह माह की अवधि तक “निक्षय पोषण किट” उपलब्ध कराई जाएगी। इस घोषणा की सराहना करते हुए अतिरिक्त जिला कलक्टर चंपालाल जीनगर ने कहा कि यह कदम एक “पुनीत कार्य” है और अन्य संस्थाओं को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि हाल ही में जिला कलक्टर के निर्देशानुसार विभिन्न कंपनियों और स्वयंसेवी संस्थाओं की बैठक आयोजित की गई थी, ताकि जिले के सभी क्षय रोगियों को उपचार अवधि में पोषण किट मुहैया कराई जा सके। इसके सकारात्मक परिणाम अब सामने आने लगे हैं।
इस मौके पर डॉ. विक्रम बाजिया, डीआर-टीबी/एचआईवी कॉर्डिनेटर सुनील हर्ष, सिलिकोसिस कार्यक्रम के कॉर्डिनेटर सुरेंद्र चौधरी, एसटीएस कैलाश भाकल, तथा टीबी क्लिनिक के पैरामेडिकल स्टाफ देवाशीष आचार्य और गोपाल चौधरी भी मौजूद रहे।
वहीं दूसरी ओर पंडित जे.एल.एन. अस्पताल, नागौर में भी सेवा पखवाड़े के अंतर्गत निक्षय पोषण किट वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां कार्यक्रम की अध्यक्षता अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के. अग्रवाल ने की। इस अवसर पर 10 क्षय रोगियों को “निक्षय किट” वितरित किए गए।
अस्पताल में निक्षय मित्र बन चुके डॉक्टर राजेंद्र बेड़ा, डॉक्टर भरत, धर्मचंद शर्मा, प्रेमसुख डूकिया, हेमाराम चौधरी, सुश्री सरिता राड़ और महेंद्र छाबा ने क्षय रोगियों को छह माह तक पोषण किट उपलब्ध कराने का संकल्प लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई।
इस प्रकार, सेवा पखवाड़े के तहत आयोजित यह कार्यक्रम जिले के क्षय रोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत और सहयोग का संदेश लेकर आया है। सरकारी और निजी संस्थाओं के इस समन्वय से न केवल रोगियों को पोषण मिलेगा बल्कि समाज में टीबी उन्मूलन की दिशा में भी बड़ा कदम साबित होगा।
