
नागौर जिले के उपखंड कार्यालय रियांबड़ी के सभागार में रविवार को जिला कलेक्टर श्री अरुण कुमार पुरोहित की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं, प्रशासनिक मामलों और भूमि आवंटन से संबंधित विषयों की गहन समीक्षा की गई। बैठक में उपखंड स्तरीय अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, विकास अधिकारी, भू-अभिलेख निरीक्षक सहित अनेक विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बैठक की शुरुआत में दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा की तैयारियों पर चर्चा की गई। कलेक्टर श्री पुरोहित ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि इस पखवाड़े के अंतर्गत चिन्हित पात्र लाभार्थियों तक सभी योजनाओं का लाभ निर्धारित समय-सीमा में पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि पखवाड़े की सफलता के लिए फील्ड स्तर पर निरंतर निगरानी और प्रभावी क्रियान्वयन जरूरी है। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाई जाए, ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद लोग लाभान्वित हो सकें।
PLPC (Public Land Protection Cases) प्रकरणों की समीक्षा करते हुए श्री पुरोहित ने कहा कि सभी लंबित प्रकरणों का निस्तारण शीघ्रता से किया जाए तथा पूरी पारदर्शिता के साथ प्रक्रिया अपनाई जाए। उन्होंने भूमि से जुड़े विवादों के समाधान में निष्पक्षता और संवेदनशीलता बनाए रखने पर भी बल दिया।
बैठक में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) 2022 एवं आगामी 2025 के कार्यान्वयन की प्रगति की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि पात्र परिवारों के सूचीकरण का कार्य पूरी निष्ठा और पारदर्शिता से किया जाए, ताकि वास्तविक जरूरतमंदों को उचित मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने राशन वितरण प्रणाली को और अधिक सुगम व पारदर्शी बनाने के निर्देश भी दिए।
इसके साथ ही राज्य सरकार की बजट घोषणाओं के तहत भूमि आवंटन से जुड़े मामलों पर चर्चा करते हुए कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि पात्र लाभार्थियों को प्राथमिकता देते हुए भूमि आवंटन की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए। उन्होंने कहा कि भूमि आवंटन से संबंधित सभी कार्यों में जवाबदेही तय की जाए और जरूरतमंद परिवारों को राहत प्रदान की जाए।
बैठक के दौरान उपखंड अधिकारी सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। कलेक्टर ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि वे योजनाओं की जमीनी हकीकत को समझते हुए क्रियान्वयन में तत्परता दिखाएं तथा आमजन को अधिकतम लाभ प्रदान करें।
अंत में कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को आपसी समन्वय से कार्य करते हुए योजनाओं की मॉनिटरिंग नियमित रूप से करने के निर्देश दिए और यह सुनिश्चित करने को कहा कि जिले में कोई पात्र व्यक्ति योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे।
रिपोर्टर – वैभव टाइम न्यूज, रियांबड़ी