ये संसार तो धर्मशाला है” — साध्वी सुहृदय गिरि | श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति पर राम राज्याभिषेक का भावपूर्ण वर्णन
राजसमंद। सात दिवसीय श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ के सप्तम दिवस पर आध्यात्मिकता, भक्ति और भावनाओं का अद्भुत संगम देखने को मिला। व्यासपीठ से प्रवचन देते हुए साध्वी सुहृदय गिरि ने कहा —
“यह संसार तो एक धर्मशाला है, जहाँ कुछ क्षण रुककर आगे बढ़ जाना है। इस रुकने और चलने के बीच का समय ही सबसे मूल्यवान है, जिसे ईश्वर के चरणों में समर्पित करना चाहिए।”
![]()
साध्वी सुहृदय गिरि ने राम कथा के माध्यम से जीवन का गूढ़ संदेश देते हुए कहा कि मनुष्य का जन्म केवल भौतिक सुखों के लिए नहीं, बल्कि परमात्मा की प्राप्ति के लिए हुआ है। जीवन में कभी दिशा भटक भी जाए, तो सत्संग और कथा की लहर व्यक्ति को पुनः सही मार्ग पर ले आती है।
उन्होंने आगे कहा कि ईर्ष्या से दूसरों का नहीं, स्वयं का ही नुकसान होता है। जीवन में संतुष्टि का भाव विकसित करना सबसे बड़ा साधन है, क्योंकि जब मन संतुष्ट होता है तो व्यक्ति सदैव प्रसन्न रहता है। “संकट के समय भगवान की कथा ही सच्ची संकटमोचक बनती है,” उन्होंने कहा।
🕉️ राम राज्याभिषेक प्रसंग ने मोहा जनमानस का मन
कथा के समापन दिवस पर साध्वी सुहृदय गिरि ने राम-हनुमान मिलन, बाली-सुग्रीव संवाद, राम-रावण युद्ध, और राम राज्याभिषेक के प्रसंगों का भावपूर्ण वर्णन किया। मंच से उनके उद्गार सुनकर श्रोताओं की आंखें नम हो गईं, वहीं पूरे पंडाल में “जय श्रीराम” के उद्घोष गूंज उठे।
कथा के दौरान वातावरण में भक्ति, प्रेम और आनंद का संचार हुआ। श्रोताओं ने साध्वी सुहृदय गिरि की सरल वाणी और दिव्य प्रवचन से जीवन के सच्चे अर्थों को आत्मसात किया।
🌺 व्यासपीठ पूजन और उपस्थित गणमान्य अतिथि
कार्यक्रम के प्रारंभ में व्यासपीठ पूजन का कार्य मधुप्रकाश अनुराधा लड्ढा, गिरिराज मंजू मुद्गल, एवं गिरीश राजकुमारी अग्रवाल ने विधि-विधान से किया।
कथा श्रवण के दौरान नगर के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे जिनमें प्रमुख रूप से —
हरिकृष्ण जी पालीवाल, उदयलाल स्वर्णकार, नगर परिषद चेयरमैन अशोक टांक, फतेहचंद सामसुखा, मीठालाल शर्मा, नेता प्रतिपक्ष हिम्मत कुमावत, पूर्व अध्यक्ष आशा पालीवाल, निर्मला पालीवाल, दिनेश स्वर्णकार, पार्षद चंचल नंदवाना, उत्तम खींची, प्रहलाद सिंह, गिरीश अग्रवाल, चंदन सिंह आसोलिया, राकेश गौड़, प्रदीप लड्ढा, प्रदीप खत्री, सुशील बड़ाला, शिवलाल खींची, अर्जुन लाल लड्ढा, गोपाल गट्टाणी, चतुर्भुज सरोज गट्टाणी, तरुण साहू, लटूर राम बलाई, मुकेश साहू, भगवत सिंह चारण सहित अपार श्रद्धालु उपस्थित रहे।

🌼 ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति पर छाया भावुक माहौल
श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति के अवसर पर भजन, आरती और पुष्प वर्षा से पूरा वातावरण भक्ति मय हो उठा। साध्वी सुहृदय गिरि के कर-कमलों से आरती संपन्न हुई, वहीं श्रोताओं ने “राम राज्याभिषेक” का प्रतीकात्मक दृश्य देखकर गद्गद भाव से जय श्रीराम के उद्घोष लगाए।
कार्यक्रम के अंत में श्रद्धालुओं ने साध्वीश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया और कथा के आयोजन समिति के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
डेस्क टीम/ नितिन सिंह/ 25 अक्टूबर 2025

