सेवा पखवाड़ा: नागौर में विशेषयोग्यजन बच्चों को उपकरण वितरित
नागौर। सेवा पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत नागौर जिले में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से विशेषयोग्यजन बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की गई। इस पहल के तहत नूतन प्रभात मूक बधिर एवं दृष्टि बाधित विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को जीवन सहायक विभिन्न उपकरण वितरित किए गए।
जिला कलेक्टर वीसी कक्ष में हुआ कार्यक्रम
यह आयोजन जिला कलेक्टर वीसी कक्ष में किया गया, जहां प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी खास बना दिया। मौके पर खिमसर विधायक रेवतराम डांगा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर चंपालाल जीमलान, उप निदेशक भोजराज सारस्वत तथा उप निदेशक जगदीश चौहान उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने बच्चों को उपकरण वितरित किए और उनके साथ संवाद भी किया।
बच्चों को मिले डिजिटल हियरिंग एड और अन्य उपकरण
इस अवसर पर विशेष रूप से डिजिटल हियरिंग एड सहित कई प्रकार के सहायक उपकरण बच्चों को प्रदान किए गए। इन उपकरणों के माध्यम से विशेषयोग्यजन बच्चों को अपने जीवन को सहज बनाने और समाज की मुख्यधारा से जुड़ने में मदद मिलेगी। उपकरण मिलने पर बच्चों के चेहरों पर आई मुस्कान ने पूरे वातावरण को आनंदमय बना दिया।
विद्यालय प्रबंधन और समाजसेवियों की मौजूदगी
कार्यक्रम में नूतन प्रभात मूक बधिर एवं दृष्टि बाधित विद्यालय के अध्यक्ष मुरली मनोहर चौधरी और धनराज चौधरी भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास न केवल बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं, बल्कि उन्हें शिक्षा और जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी करते हैं।
सेवा पखवाड़ा का महत्व
गौरतलब है कि सेवा पखवाड़ा का उद्देश्य समाज के वंचित और विशेष रूप से सक्षम वर्ग को सहयोग और प्रोत्साहन प्रदान करना है। इसी श्रृंखला में नागौर जिला प्रशासन द्वारा यह सराहनीय कदम उठाया गया है।
जनप्रतिनिधियों ने की पहल की सराहना
खिमसर विधायक रेवतराम डांगा ने कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने इस तरह के कार्यक्रमों को बच्चों के लिए जीवन बदलने वाला बताया। वहीं अतिरिक्त जिला कलेक्टर चंपालाल जीमलान ने कहा कि यह पहल सेवा पखवाड़ा को सार्थकता प्रदान करती है।
बच्चों के चेहरों पर खुशी
उपकरण वितरण के दौरान बच्चों की चमकती आंखें और मुस्कुराते चेहरे यह दर्शा रहे थे कि यह पल उनके लिए कितना खास था। माता-पिता ने भी प्रशासन और विद्यालय प्रबंधन का आभार व्यक्त किया।
नागौर जिले में सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित यह कार्यक्रम न केवल प्रशासनिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है, बल्कि समाज के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण को भी दर्शाता है। ऐसे आयोजन यह संदेश देते हैं कि समाज तभी सशक्त होगा, जब हर वर्ग को बराबरी का अवसर और सहयोग मिलेगा।
