राजसमंद में 25 से 31 अक्टूबर तक होगा श्रीराम कथा महोत्सव | साध्वी सुहृदय गिरि करेंगी कथा
राजसमंद, 30 सितंबर। प्रभु श्री द्वारकाधीशजी की पावन नगरी राजसमंद में भक्ति और आध्यात्म का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। आगामी 25 से 31 अक्टूबर 2025 तक यहाँ श्रीराम कथा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान श्रद्धालु सात दिनों तक मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के जीवन आदर्शों और भक्ति संदेशों का श्रवण कर आत्मिक शांति का अनुभव कर सकेंगे।

यह भव्य आयोजन रामानुज वाटिका, 100 फीट रोड, राजसमंद में प्रतिदिन दोपहर 1:30 बजे से प्रारम्भ होगा। कथा व्यास के रूप में अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कथा वाचिका पूज्या साध्वी श्री सुहृदय गिरि जी (श्रीधाम वृन्दावन) विराजमान होंगी। साध्वी श्री सुहृदय गिरि जी, परम् पूज्या दीदी माँ साध्वी श्री ऋतम्भरा जी की प्रथम सन्यासी शिष्या हैं और अपने मधुर स्वर व गहन आध्यात्मिक व्याख्यान के लिए देश-विदेश में विशेष पहचान रखती हैं।
आयोजकों के अनुसार 25 अक्टूबर की प्रातः 11 बजे कार्यक्रम का शुभारम्भ भव्य कलश यात्रा से होगा। यह यात्रा श्री विश्वम्भर महादेव मंदिर, पुरानी कलेक्ट्री से प्रारम्भ होकर रामानुज वाटिका पहुंचेगी। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं सिर पर कलश धारण कर मंगल गीत गाती हुई सहभागी बनेंगी। कलश यात्रा का दृश्य नगरवासियों के लिए अद्भुत और श्रद्धा से परिपूर्ण होगा।
पूरे सप्ताह चलने वाले इस आयोजन में साध्वी श्री सुहृदय गिरि जी प्रभु श्रीराम के जीवन चरित्र, मर्यादा, भक्ति, करुणा और आदर्श परिवारिक मूल्यों पर आधारित प्रसंगों का रसपान कराएंगी। कथा के माध्यम से समाज में धर्म, नीति और संस्कारों के महत्व का संदेश दिया जाएगा। श्रद्धालु न केवल कथा श्रवण का आनंद लेंगे बल्कि संगीतमय भजनों और कीर्तन की भक्ति धारा में भी सराबोर होंगे।
श्री राम कथा ज्ञानयज्ञ समिति, राजसमंद द्वारा किए जा रहे इस आयोजन के लिए तैयारियां प्रारम्भ हो चुकी हैं। समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि कथा स्थल को आकर्षक ढंग से सजाया जाएगा ताकि श्रद्धालु शांतिपूर्ण वातावरण में प्रभु स्मरण कर सकें। साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे बैठने की जगह, जलपान और पार्किंग आदि का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा।
आयोजकों ने कहा कि यह महोत्सव केवल धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक मिलन का भी अवसर होगा। कथा सुनकर लोग अपने जीवन में सकारात्मकता और आत्मबल का संचार करेंगे। श्रद्धालु सपरिवार और ईष्ट-मित्रों सहित इस आयोजन में पधारकर कथा श्रवण एवं भगवद् स्मरण का लाभ ले सकते हैं।
राजसमंद की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत में एक और अध्याय जोड़ने वाला यह श्रीराम कथा महोत्सव निश्चय ही नगरवासियों के लिए अविस्मरणीय अनुभव बनेगा। भक्तों की अपार आस्था और श्रद्धा से यह आयोजन सफल और भव्य होने की संभावना है।
