November 15, 2025
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जयपुर एसएमएस अस्पताल में फिर लापरवाही! आग से 8 मरीजों की मौत, सुरक्षा पर उठे सवाल

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जयपुर। सवाई मान सिंह अस्पताल में रविवार देर रात लगी आग में 8 मरीजों की मौत और 10 से ज्यादा घायल हुए। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को कारण माना गया है। बताया जा रहा है कि पुराने बिजली के तार और कमजोर फायर सेफ्टी सिस्टम इस हादसे की जड़ है। यह 2025 में अस्पताल में दूसरी घटना है, जबकि 2019 में एक महीने में तीन ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। बार-बार लगने वाली आग ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था और जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जयपुर के एसएमएस अस्पताल राजस्थान के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक है। इस अस्पताल में रोजाना हजारों मरीज आते हैं, ज्यादातर गंभीर हालत में मरीज आते हैं। जांच में आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया है, लेकिन सवाल उठ रहा है कि आखिर पुराने वायरिंग सिस्टम को क्यों नहीं बदला गया?  फायर सेफ्टी एक्सपर्ट के मताबिक आईसीयू जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में ऑटोमैटिक स्प्रिंकलर सिस्टम और बैकअप पावर की कमी घातक साबित हो रही है। ये चूक न होती तो न मरीजों की जान बचाई जा सकती थी। अस्पताल अधीक्षक ने जांच का भरोसा दिया है, लेकिन परिजन मुआवजे और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
यह घटना इस साल की दूसरी ऐसी दुर्घटना है। जनवरी 2025 में एसएमएस अस्पताल के आयुष्मान टावर की चौथी मंजिल पर वेल्डिंग के दौरान थर्मोकोल कचरे से आग लग गई थी, जिससे धुआं पूरे भवन में फैल गया था। उस वक्त कोई हताहत नहीं हुआ था, लेकिन मरीजों और स्टाफ में दहशत फैल गई थी। वहीं जून 2019 में मात्र एक महीने में तीन आग की घटनाएं हुई थी। पहली मेडिकल शॉप में, जहां 125 मरीजों को शिफ्ट करना पड़ा था। दूसरी और तीसरी माइक्रोबायोलॉजी लैब व अन्य क्षेत्रों में आग लगी थी। इससे पहले जून 2018 में सीटी ऑपरेशन थिएटर में सुबह 5 बजे आग लग गई थी, जिससे मरीजों को तत्काल बाहर निकाला गया था। 
वहीं जनवरी 2024 में माइक्रोबायोलॉजी लैब में फिर आग लग गई थी, जिसमें उपकरण और 20 से ज्यादा एसी जल गए थे। इन घटनाओं के बावजूद सुधार के नाम पर सिर्फ जांच समितियां बनीं, लेकिन जमीनी बदलाव न के बराबर रही। यह सिलसिला एसएमएस अस्पताल की सुरक्षा पर खतरे की घंटी है। तत्काल फायर ऑडिट, वायरिंग अपग्रेड और स्टाफ ट्रेनिंग की जरूरत है। नहीं तो ये चूक कितनी और जानें लेगी इसका अंदाजा सहज ही लगा सकते हैं।
नितिन सिंह/वीबीटी न्यूज/जयपुर/06/10/2025

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