सुप्रीम फाउंडेशन ने मेड़ता में विद्यार्थियों को निःशुल्क नोटबुक्स वितरित कीं
डी.डी. चारण / मेड़ता सिटी।
मेड़ता शहर के कृषक उपज मंडी के पास स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय में शुक्रवार को एक प्रेरणादायक पहल के तहत विद्यार्थियों को निःशुल्क अभ्यास पुस्तिकाएं (उत्तरपुस्तिकाएं/नोटबुक्स) वितरित की गईं। यह शिक्षण सामग्री सुप्रसिद्ध समाजसेवी संस्था सुप्रीम फाउंडेशन, जसवंतगढ़ द्वारा उपलब्ध कराई गई है।
विद्यालय प्रांगण में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में कक्षा 1 से 5 तक के सभी छात्र-छात्राओं को चार-चार नोटबुक्स का सेट प्रदान किया गया। इस पहल का उद्देश्य बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि जागृत करना और उनकी शैक्षणिक प्रगति को बढ़ावा देना है।
हर वर्ष की तरह इस बार भी समाजसेवा की मिसाल
सुप्रीम फाउंडेशन जसवंतगढ़ कई वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान देता आ रहा है। संस्था वर्ष में दो बार विद्यार्थियों को निःशुल्क उत्तरपुस्तिकाएं और अन्य आवश्यक शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराती है। इसके साथ ही, फाउंडेशन समय-समय पर स्वयंसेवक नियुक्त कर शिक्षण कार्य में भी सहयोग करता रहा है।
मुख्य ट्रस्टी का नेतृत्व और दूरदर्शिता
इस अवसर पर फाउंडेशन के समन्वयक विष्णु शर्मा ने बताया कि संस्था के मुख्य ट्रस्टी एवं भामाशाह सेठ श्री बजरंग लाल जी तापड़िया के नेतृत्व में यह अभियान लगातार संचालित किया जा रहा है। वर्तमान में सभी राजकीय संस्कृत विद्यालयों में कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों को चार-चार नोटबुक्स के सेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई सुचारु रूप से चल सके।
विद्यालय प्रशासन का आभार
विद्यालय के संस्था प्रधान महेंद्र पारीक ने इस महत्वपूर्ण पहल के लिए सुप्रीम फाउंडेशन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “यह सामग्री बच्चों के लिए संजीवनी बूटी का कार्य करेगी, जिससे उनकी पढ़ाई में नई ऊर्जा और उत्साह आएगा।”
कार्यक्रम में अध्यापक योगेश शर्मा, प्रमोद शर्मा, महेंद्र जोपट और सुशील शर्मा सहित अन्य शिक्षकगण भी मौजूद रहे। सभी ने फाउंडेशन के मुख्य ट्रस्टी एवं मुख्य समन्वयक को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इस पहल को शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरणास्रोत बताया।
बच्चों में दिखी उत्साह की झलक
नोटबुक्स मिलने पर विद्यार्थियों के चेहरे खिल उठे। छोटे-छोटे बच्चों ने कहा कि अब वे नई नोटबुक्स में सुंदर-सुंदर अक्षरों में पढ़ाई करेंगे। अभिभावकों ने भी इस पहल की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे बच्चों की पढ़ाई का बोझ हल्का हुआ है और उनमें नियमित अध्ययन की आदत विकसित होगी।
शिक्षा को नई दिशा देने का संकल्प
सुप्रीम फाउंडेशन की यह पहल केवल पुस्तिकाओं का वितरण भर नहीं, बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व और शिक्षा को नई दिशा देने का संकल्प है। इस तरह की गतिविधियां विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, नवीन ऊर्जा और उज्ज्वल भविष्य की प्रेरणा देती हैं।
