नागौर। विश्व जनसंख्या दिवस देशभर में 11 जुलाई को मनाया जाएगा। इसके तहत राजस्थान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से राज्य एवं जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। विश्व जनसंख्या दिवस की इस साल 2025 की थीम ‘‘ मां बनने की उम्र वही, जब तन और मन की तैयारी सही‘‘ रखी गई है।
विश्व जनसंख्या दिवस पर आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय समारोह में उन जिलों व चिकित्सा संस्थानों को पुरस्कृत किया जाएगा, जिन्होंने जनसंख्या स्थायित्व के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है। यह पुरस्कार प्रोत्साहन पुरस्कार एवं व्यक्तिगत पुरस्कार योजना के तहत दिए जाएंगे। इन पुरस्कारों के लिए संबंधित जिला एवं चिकित्सा संस्थानों की रैकिंग तैयार करते हुए उनके नामों की घोषणा की जा चुकी है। इन पुरस्कारों की घोषणा निदेशक मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं, राजस्थान डॉ. मधु रतेश्वर की ओर से की गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जुगल किशोर सैनी ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जनसंख्या स्थायित्व के क्षेत्र में  विभिन्न इंडीकेटर्स की पूर्ति करते हुए नागौर जिले ने राज्य स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। ठीक इसी प्रकार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की कैटेगरी में जिले के गगराना की राजकीय पीएचसी ने जनसंख्या स्थायित्व के क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस पर जयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में नागौर जिले को जनसंख्या स्थायित्व के क्षेत्र में राज्य स्तर पर ंद्वितीय स्थान हासिल करने पर प्रशस्ति पत्र एवं 11 लाख रूपए की पुरस्कार राशि का चैक प्रदान किया जाएगा। इसी प्रकार राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, गगराना को राज्य स्तर पर प्रथम आने पर प्रशस्ति पत्र तथा एक लाख रूपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीशराम चौधरी ने बताया कि टीम हैल्थ नागौर ने जनसंख्या स्थायित्व से जुड़े इंडीकेटर्स परिवार कल्याण कार्यक्रम की गतिविधियां जैसे दो बच्चों पर नसबंदी, पुरूष एवं महिला नसबंदी, पीपीआईयूसीडी, अंतरा, ओपी यूजर्स, सीसी यूजर, आईयूसीडी सरीखे इंडीकेटर्स पर नागौर जिले की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिला अस्पताल से लेकर सब सेंटर तक बेहत्तरीय कार्य किया है।  इसके अतिरिक्त जनसंख्या स्थायित्व के क्षेत्र से जुड़े  इंडिकेटर में शामिल मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम, शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, पूर्ण टीकाकरण कार्यक्रम, रिकॉर्ड संधारण एवं जन्म मृत्यु पंजीकरण के कार्य में भी टीम हेल्थ नागौर ने उत्कृष्ट कार्य किया है.
मोबिलाइजेशन पखवाड़ा 10 जुलाई तक, सेवा प्रदान पखवाड़ा 11
विश्व जनसंख्या दिवस से पूर्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने जागरुकता अभियान की शुरुआत की है। अभियान दो चरणों में दो पखवाड़ों के माध्यम से मनाया जा रहा है, जिसके प्रथम चरण की शुरूआत 27 जून से हो चुकी है। अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीशराम चौधरी ने बताया कि सीमित परिवार और बच्चों में अंतराल रखने के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए मोबिलाइजेशन पखवाड़ा 27 जून से 10 जुलाई और सेवा प्रदान पखवाड़ा 11 से 24 जुलाई तक मनाया जाएगा। इस दौरान जिला एवं ब्लॉक स्तर प्रचार-प्रसार गतिविधियों के साथ ही सेवा प्रदान गतिविधियां भी आयोजित की जा रही है।  मोबिलाइजेशन पखवाड़े के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ओर से अपने क्षेत्र में अलग-अलग गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इनके द्वारा योग्य दंपतियों से संपर्क कर सीमित परिवार के लाभ, पहले व दूसरे बच्चे में कम से कम तीन साल का अंतर, अंतरा गर्भनिरोधक इन्जेक्शन, परिवार कल्याण सेवाएं और पुरुषों की परिवार नियोजन में सहभागिता पर विस्तृत रूप से चर्चा की जा रही है।  उन्होंने बताया कि दूसरा पखवाड़ा 11 से 24 जुलाई तक सेवा प्रदान पखवाड़ा के रूप में मनाया जाएगा। स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले लोगों को परिवार कल्याण साधनों की उपलब्धता पर परामर्श दिया जाएगा। पखवाड़े के दौरान हर स्तर पर अंतराल साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।