डी. डी चारण, मेड़ता सिटी

राजस्थान के नागौर जिले के मेड़ता के निकटवर्ती जसनगर कस्बे में रविवार को भव्य धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान गौमाता की मूर्ति का अनावरण, श्रीराम प्याऊ का उद्घाटन तथा गौशाला में एक ट्रैक्टर का भेंट किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु, गणमान्य नागरिक, भामाशाह और विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के लोग उपस्थित रहे।

धर्म और समाज सेवा का संगम

यह कार्यक्रम जसनगर कस्बे में लूणी नदी के किनारे स्थित श्रीशनिधाम मंदिर के पास, केकिन्दड़ा रोड पर आयोजित हुआ। भामाशाह कानाराम सांखला, मोतीलाल सांखला, जसनगर सरपंच अशोक सांखला, दुलाराम सांखला, महेन्द्र सांखला द्वारा यह आयोजन स्वर्गीय श्रीमती गोदावरी देवी (धर्मपत्नी स्व. शंकरलाल) एवं स्व. ढगलू राम की पुण्य स्मृति में किया गया।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य धर्म, समाज और सेवा को एक साथ जोड़ना था। समाज में गौमाता की महत्ता को दर्शाने के लिए एक भव्य मूर्ति स्थापित की गई, जो गौ-भक्ति का प्रतीक बनेगी। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं और राहगीरों के लिए नवनिर्मित श्रीराम प्याऊ का उद्घाटन किया गया, जिससे यात्रियों को शीतल जल प्राप्त हो सकेगा। इसके अलावा, श्रीमरुधर केसरी गौशाला में एक ट्रैक्टर भेंट कर गौशाला संचालन में सहयोग दिया गया।

गौमाता की मूर्ति अनावरण एवं श्रीराम प्याऊ का उद्घाटन

सुबह 8 बजे से ही कार्यक्रम की शुरुआत हो गई थी। जसनगर कस्बे के श्रद्धालु और सामाजिक कार्यकर्ता कार्यक्रम स्थल पर एकत्र होने लगे। श्रीशनिधाम मंदिर परिसर के पास स्थापित की गई गौमाता की भव्य मूर्ति के समक्ष श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की और पूरे विधि-विधान से मूर्ति अनावरण किया गया। गौमाता की मूर्ति स्थापना से क्षेत्र में गौ-भक्ति और गौ-सेवा की प्रेरणा मिलेगी।

इसके बाद शिवाजी बाजार में स्थित अस्तल चारभुजा मंदिर के समीप और गाॅवाई बेरी के पास नवनिर्मित श्रीराम प्याऊ का उद्घाटन किया गया। गर्मी के मौसम में यात्रियों और श्रद्धालुओं को शुद्ध व शीतल जल उपलब्ध कराने के लिए इस प्याऊ का निर्माण किया गया है। प्याऊ के उद्घाटन के समय श्रद्धालुओं ने इसे धर्म और सेवा का प्रतीक मानते हुए भामाशाहों के प्रति आभार जताया।

गौशाला में ट्रैक्टर भेंट

गौसेवा को ध्यान में रखते हुए श्रीमरुधर केसरी गौशाला में एक ट्रैक्टर भेंट किया गया। यह ट्रैक्टर गौशाला में चारे और अन्य व्यवस्थाओं के लिए उपयोग किया जाएगा, जिससे गौशाला के संचालन में सुविधा होगी। ट्रैक्टर भेंट कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अतिथियों ने गौसेवा के महत्व को रेखांकित किया और समाज में अधिक से अधिक लोगों को गौशालाओं के सहयोग के लिए प्रेरित किया।

सम्माननीय अतिथियों की उपस्थिति

इस भव्य आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में 1008 संत नारायणनाथ महाराज (रास मंडी) उपस्थित रहे। उनके प्रवचनों ने श्रद्धालुओं को गौसेवा और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। साथ ही, राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत, मेड़ता विधायक लक्ष्मणराम कलरू, प्रधान प्रतिनिधि मदनलाल गोरा (रिया बड़ी) सहित कई गणमान्य व्यक्ति भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

भामाशाहों का योगदान और समाज की भागीदारी

इस आयोजन को सफल बनाने में जसनगर के विभिन्न भामाशाहों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। भामाशाह कानाराम सांखला, मोतीलाल सांखला, जसनगर सरपंच अशोक सांखला, दुलाराम सांखला, महेन्द्र सांखला ने इस पुण्य कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लिया और समाज के लिए अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने भी सहयोग दिया। ग्रामीणों, महिलाओं, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने पूरे उत्साह के साथ इस आयोजन में भाग लिया। आयोजन समिति ने सभी आगंतुकों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी ऐसे सेवा कार्य जारी रखने की बात कही।

गौसेवा और धार्मिक आयोजनों का महत्व

गौसेवा भारतीय संस्कृति और परंपरा का अभिन्न अंग है। हिंदू धर्म में गौमाता को पूजनीय माना गया है और उनकी सेवा से जीवन में सुख-शांति प्राप्त होती है। इस अवसर पर संत नारायणनाथ महाराज ने अपने प्रवचन में कहा,
“गौमाता की सेवा से बढ़कर कोई पुण्य कार्य नहीं। यह केवल धर्म का कार्य नहीं, बल्कि समाज के कल्याण का भी प्रतीक है। गौशालाओं का संचालन और उनके विकास में समाज को एकजुट होकर योगदान देना चाहिए।”

राजस्थान में गौशालाओं की स्थिति सुधारने के लिए इस तरह के योगदान की नितांत आवश्यकता है। ट्रैक्टर भेंट से गौशाला को सुचारू रूप से संचालित करने में मदद मिलेगी और प्याऊ से आमजन को राहत मिलेगी।

समारोह का समापन और भविष्य की योजनाएं

कार्यक्रम के समापन के अवसर पर सभी आगंतुकों को प्रसाद वितरित किया गया और गौसेवा का संकल्प लिया गया। आयोजकों ने भविष्य में और अधिक सेवा कार्य करने की बात कही, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।

जसनगर में आयोजित यह समारोह धर्म, समाज और सेवा का अनूठा संगम था, जिसने लोगों को न केवल गौसेवा की प्रेरणा दी, बल्कि समाज में समर्पण और एकता का संदेश भी दिया। इस प्रकार के आयोजनों से समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और जनमानस में सेवा भाव की जागृति होती है।


यह आयोजन न केवल जसनगर, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणादायक रहा। गौमाता की मूर्ति, श्रीराम प्याऊ और गौशाला में ट्रैक्टर भेंट जैसे कार्य समाज में गौसेवा और धार्मिक परंपराओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक होंगे। इस प्रकार के पुण्य कार्यों से न केवल धर्म की रक्षा होती है, बल्कि समाज भी उन्नति के मार्ग पर अग्रसर होता है।